सार
साल 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर, गुरुवार को होगा। भारत में अधिकांश स्थानों पर ये ग्रहण खण्डग्रास के रूप में दिखाई देगा।
उज्जैन. दक्षिण भारत के कुछ स्थानों पर कंकणाकृति सूर्यग्रहण की स्थिति भी दिखाई देगी। 26 दिसंबर को होने वाला ये ग्रहण भारत के अलावा अफ्रीका, एशिया, आस्ट्रेलिया में दिखाई देगा।
किस राशि में होगा ये ग्रहण?
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, 26 दिसंबर को होने वाला ये सूर्यग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में होगा। भारतीय समय के अनुसार ग्रहण का प्रारंभ सुबह 8 बजकर 4 मिनिट से होगा और मोक्ष 10 बजकर 56 मिनिट पर।
ये होगा राशियों पर असर
मेष- मानसिक परेशानी रहेगी। राशि के 9वें भाग में सूर्य ग्रहण होने से संतान के कष्ट की भी संभावना रहेगी। स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है।
वृष- शत्रु का भय चिंतित करेगा। आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। सेहत को लेकर भी सतर्क रहना होगा।
मिथुन- दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकता है। कारोबार में कठिनाई और नौकरी को लेकर चिंता बरकरार रहेगी।
कर्क- शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा, लेकिन गुप्त चिंता मन को परेशान करेगी। जीवन साथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
सिंह- खर्च बढ़ेगा। साथ ही कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। प्रेम संबंधों में कड़वाहट आ सकती है।
कन्या- कार्य सिद्धि के योग हैं। इसके साथ ही खुद व परिवार के बुजुर्गों की सेहत के प्रति जागरूक रहना होगा। काम को ध्यान से पूरा करें
तुला- धन लाभ हो सकता है। ग्रहण के दौरान प्रभु का सिमरन व ध्यान लगाकर कार्य करने से सफलता मिलेगी।
वृश्चिक- आर्थिक स्थिति खराब रहेगी। परिवार में झगड़ा व आर्थिक क्षति हो सकती है। बीमारी को लेकर सचेत रहने की जरूरत है।
धनु- ग्रहण के कारण मानसिक चिंताएं बढ़ेंगी व आर्थिक कमजोरी का योग बन रहा है। संयम बनाए रखने की जरूरत है।
मकर- आय के विपरीत खर्च अधिक होगा। शत्रु हावी हो सकता है। घर में टकराव की स्थिति से बचने की कोशिश करें।
कुंभ- आय में वृद्धि के साथ-साथ अपनों से लाभ होगा। इस अवधि में शुभ समाचार भी मिल सकता है।
मीन- बिजनेस में नुकसान हो सकता है। पुराना रोग भी परेशान कर सकता है। गुप्त भय के चलते मानसिक रूप से परेशानी पैदा हो सकती है।