सार

हिंदू धर्म में रोज सुबह सूर्यदेव को अर्घ्य देने और उनकी पूजा करने का विधान है। भविष्य पुराण में सूर्यदेव को प्रसन्न करने के अनेक उपाय बताए गए हैं।

उज्जैन. हिंदू धर्म में रोज सुबह सूर्यदेव को अर्घ्य देने और उनकी पूजा करने का विधान है। सूर्यदेव को प्रत्यक्ष देवता भी कहा जाता है क्योंकि वे हमें दिखाई देते हैं। भविष्य पुराण में सूर्यदेव को प्रसन्न करने के अनेक उपाय बताए गए हैं। भविष्य पुराण में ये भी बताया गया है कि सूर्यदेव को क्या चढ़ाने से उसका क्या फल मिलता है। आज हम आपको वही बता रहे हैं...

1. सूर्यदेव को बिल्व वृक्ष के पत्ते अर्पित करने से धन-संपत्ति मिल सकती है। सफेद कमल चढ़ाने से सौभाग्य, मंदार के फूल चढ़ाने से कुष्ठ रोगों का नाश होता है।

2. सूर्यदेव को कनेर के फूल सबसे अधिक प्रिय है। जो व्यक्ति सूर्यदेव को कनेर के फूल चढ़ाता है, उसकी हर इच्छा पूरी हो सकती है।

3. सूर्यदेव को मौलसिरी के फूलों की माला चढ़ाने से गुणवती कन्या से विवाह होता है। पलाश के फूल चढ़ाने से संकटों का नाश होता है। बेला के फूलों से पूजा करने से सूर्यलोक की प्राप्ति होती है।

4. सूर्यदेव को कमल के फूल चढ़ाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। मल्लिका के फूल (बेला फूल की एक प्रजाति) अर्पित करने से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।

5. सूर्यदेव के मंदिर में शुद्ध घी का दीपक लगाने से आंखों से संबंधी रोग नहीं होते। महुए के तेल का दीपक लगाने से सौभाग्य मिलता है। तिल के तेल का दीपक लगाने से सूर्यलोक की प्राप्ति होती है।

6. सूर्यदेव की पूजा लाल चंदन से करने पर हर कामना पूरी होती है। चमेली के फूल अर्पित करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। कुंकुम से पूजा करने पर भी सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं।