सार
सामुद्रिक शास्त्र, महर्षि समुद्र द्वारा रचित एक ग्रंथ है। इसमें व्यक्ति के हाव-भाव, शारीरिक बनावट और शारीरिक चिह्नों का आंकलन कर व्यक्ति का भविष्य और स्वभाव का पता लगाया जाता है।
उज्जैन. व्यक्ति के स्वभाव को जानने के लिए उसके हथेली के रंग को भी ध्यानपूर्वक देखना चाहिए। समुद्र शास्त्र के अनुसार हथेली के रंग को देखकर भी किसी इंसान के स्वभाव और भविष्य के बारे में पता लगाया जा सकता है। आइए जानें क्या कहता हैं आपकी हथेली का रंग…
सफेद रंग
सफेद रंग रक्त की कमी से भी हो सकता है। स्वच्छ सफेद रंग आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक भी कहा जा सकता है। ऐसे लोग आम तौर पर शांत स्वभाव के होते हैं। इस तरह की हथेली वाले लोग किसी भी कार्य के प्रति उत्साहित नहीं होते हैं। ऐसे लोग आमतौर पर अकेला में रहना पसंद करते हैं। इनमें एकाग्रता की कमी होती है इस कारण इन पर पैसों का भी आभाव रहता है।
लाल रंग
हथेली में लाल रंग वाले क्रोधी स्वभाव, अदूरदर्शिता, अविश्वासी व सनकी होते हैं। हथेली में पसीना व मटमैलापन भी इन्हीं बातों को दर्शाता है। आमतौर पर ऐसी हथेली वाले लोग बड़े काम करते हैं। इस कारण इन्हे ज्यादा शारीरिक मेहनत नहीं करना पड़ती है।
नीला रंग
नीले रंग की हथेली रक्त विकार, रोगी जीवन के प्रति उदासीनता का प्रतीक है। इन लोगों को जीवन में दरिद्रता का सामना करते हैं। इन पर आर्थिक तंगी बनी ही रहती है।
पीला रंग
हथेली पीले रंग लिए हुए हो तो जातक में रक्त की कमी, किसी न किसी रोग से पीड़ित, मंदबुद्धि, कर्महीन, अस्वस्थ अर्थात जीवन में असफलताओं का सामना करते रहना। पीले रंग की हथेली वाली औरतें पुरुष की ओर जल्दी आकर्षित हो जाती है और यदि पुरुष की हथेली का रंग पीला है तो वह किसी स्त्री की ओर जल्दी आकर्षित हो जाता है।
गुलाबी रंग
हथेली का रंग गुलाबी हो तो जातक स्वस्थ, प्रेम, दया, करुणा का सागर, सहृदय, शालीन, मेहनती, भावुक, उन्नतिशील, उच्च आदर्श विचार वाला, जीवन जीने की कला का गुणी होगा। लेकिन कोई इनकी बात न माने तो ये जल्दी गुस्सा भी हो जाते हैं। जिन लोगों की हथेली का रंग गहरा गुलाबी होता है वह शाही सुख प्राप्त करने वाला होता है। इन पर पैसों की कमी नहीं रहती।
काले एवं धब्बेदार
हथेली में काले एवं धब्बेदार रंग वाला जातक दुष्प्रवृत्ति का होगा अर्थात जीवन असफलताओं से भरा हुआ होगा। ऐसी हथेली वाले लोग नशे की लत के शिकार हो सकते हैं। ऐसे लोगों के जीवन में सुख-सुविधाओं का आभाव रहता है।