सार

राहु-केतु (Rahu-Ketu Zodiac Change) को ज्योतिष शास्त्र में छाया ग्रह माना गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार ये दोनों ग्रह राक्षस के शरीर के दो हिस्से हैं। इनमें से राहु सिर है और केतु धड़। ज्योतिष शास्त्र में इन्हें रहस्यमयी ग्रह भी कहा गया है।

उज्जैन. राहु-केतु का अशुभ प्रभाव किसी भी व्यक्ति के मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकता है, वहीं शुभ प्रभाव देने पर उच्च पद पर भी बैठा सकता है। ये ग्रह 18 महीने में राशि बदलते हैं और हमेशा वक्री यानी उल्टा ही चलता है। इस बार राहु-केतु 11 अप्रैल को राशि बदलेंगे। इन दोनों ग्रहों का ये राशि परिवर्तन देश-दुनिया के साथ-साथ हर व्यक्ति पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालेगा। ज्योतिषियों का कहना है कि इन दोनों ग्रहों के प्रभाव से देश-दुनिया पर प्राकृतिक आपदा आने के योग बन रहे हैं। आगे जानिए राहु-केतु के राशि परिवर्तन से जुड़ी खास बातें… 

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इन राशियों में प्रवेश करेंगे राहु-केतु
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, वर्तमान में राहु वृषभ और केतु वृश्चिक राशि में स्थित हैं। 11 अप्रैल को उल्टी चाल चलते हुए राहु मेष में और केतु तुला राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि परिवर्तन के 18 साल पहले राहु-केतु इन राशियों में स्थित थे। मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह है, मंगल और राहु एक-दूसरे के शत्रु माने जाते हैं। वहीं तुला राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है। केतु और शुक्र, ये दोनों ग्रह समभाव माने जाते हैं। ये योग शुभ और अशुभ दोनों तरह के फलों को देने वाला रहेगा।

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ऐसा हो सकता है असर

- राहु-केतु के राशि परिवर्तन से देश-दुनिया में प्राकृतिक आपदा आने के योग बन सकते हैं। तेज गर्मी के कारण बीमारियां बढ़ेंगी और बारिश कम होने से कुछ स्थानों पर अकाल की स्थिति भी बन सकती है। 
- राहु-केतु के प्रभाव से राजनीति के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। किसी बात को लेकर जनता में तनाव बढ़ सकता है। केतु के तुला में होने से झूठी बातें ज्यादा तेजी से फैलेंगी। अफवाहों के कारण प्रशासन को परेशान होना पड़ सकता है।
- संक्रांमक रोग से लोग परेशान रहेंगे। जिन लोगों की कुंडली में ये ग्रह अशुभ है उन्हें त्वचा रोगों का सामना करना पड़ सकता है। किसानों की फसलों पर टिड्डियों और अन्य कीटों का आक्रमण हो सकता है। किसानों को अतिरिक्त सावधानी रखनी होगी।
 

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12 राशियों पर प्रभाव

1. राहु-केतु के राशि परिवर्तन से मेष, कर्क, कन्या, मकर राशि के लोगों को अतिरिक्त सतर्कता के साथ काम करना होगा, नहीं तो इन्हें नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।  
2. राहु-केतु का परिवर्तन वृष, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ राशि के लोगों के लिए लाभदायक रह सकता है। इन लोगों को धन लाभ के साथ ही मान-सम्मान मिल सकता है। 
3. मिथुन और मीन राशि के लिए समय सामान्य रह सकता है। इन लोगों को मेहनत के अनुसार मिलता रहेगा। इन राशि वालों को परेशान होने की जरूरत नहीं है और न ही खुश होने की।
4. राहु-केतु से संबंधित दोष दूर करने के लिए राहु-केतु के उपाय करें और साथ ही भैरव महाराज और शनिदेव की भी पूजा करें। 

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