सार

Shraddh Paksha 2022: इन दिनों श्राद्ध पक्ष चल रहा है जो 25 सितंबर तक रहेगा। माना जाता है पितृ पक्ष के दौरान किसी परिवार में बच्चों का जन्म हो तो उस पर पितरों का आशीर्वाद बना रहता है। और भी कई मान्यताएं ऐसे बच्चों से जुड़ी होती हैं।
 

उज्जैन. भाद्रपद मास की पूर्णिमा से आश्विन मास की अमावस्या तक का समय बहुत ही खास होता है, इसे श्राद्ध पक्ष (Shraddh Paksha 2022) कहते हैं। इसे बार श्राद्ध पक्ष 10 सितंबर से शुरू हो चुका है जो 15 सितंबर तक रहेगा। इन 16 दिनों में लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए उपाय, दान, पूजा आदि कर्म करते हैं। इस दौरान पैदा हुआ बच्चों को बहुत खास माना जाता है। माना जाता है कि ऐसे बच्चों पर पितरों का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। आगे जानिए कैसा होता है पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों का स्वभाव और भविष्य… 

भाग्यशाली होते हैं पितृ पक्ष में जन्में बच्चे
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे काफी भाग्यशाली होते हैं क्योंकि इनके साथ पितरों का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। ऐसे बच्चे अपने जीवन में काफी तरक्की करते हैं और परिवार का नाम रौशन करते हैं। इनकी प्रवत्ति रचनात्मक होती है यानी ये क्रिएटिव कामों की ओर जल्दी आकर्षित हो जाते हैं और इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाते हैं।

खत्म होता है पितृ दोष का असर?
किसी किसी परिवार पर पितृ दोष का प्रभाव हो और उन्हें यहां श्राद्ध पक्ष में संतान का जन्म हो तो समझना चाहिए पितृ दोष का अशुभ प्रभाव कम हो गया है। एक बात का और ध्यान रखें कि जब भी परिवार में पितृों से संबंधित कोई पूजा हो तो ये काम इसी बच्चे से करवाएं क्योंकि इन बच्चों पर पितरों की कृपा हमेशा बनी रहती है। ऐसा करने से सभी तरह की परेशानी दूर हो सकती है। 

दूर करते हैं परिवार की तकलीफें
पितृ पक्ष में जन्में बच्चे अपने परिवार के लिए भी काफी लकी साबित होते हैं। अगर परिवार में किसी तरह की कोई भी परेशानी हो तो ये उसे आसानी से हल कर देते हैं। पितरों की कृपा से इन्हें वो सब मिलता है, जिसकी ये चाहत रखते हैं। पढ़ाई में भी ये काफी होशियार होते हैं और हर क्षेत्र में अपने माता-पिता को प्राउड फील करवाते हैं। 


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