सार
कुंडली में ग्रहों की युति होने पर ग्रहों के शुभ-अशुभ प्रभाव कम या ज्यादा हो सकते हैं। कुछ लोगों की कुंडली में तीन ग्रहों की युति होती है।
उज्जैन. ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, जानिए तीन ग्रहों की युति का व्यक्ति के जीवन पर कैसा असर होता है...
1. यदि कुंडली में सूर्य, चंद्र और बुध एक साथ हैं तो ये योग माता-पिता के लिए अशुभ होता है। व्यक्ति मनोवैज्ञानिक या सरकारी अधिकारी होता है। अशांति और मानसिक तनाव का सामना करता है।
2. सूर्य, चंद्र और केतु एक साथ होते हैं तो रोजगार के लिए परेशानी होती है। न दिन को चैन, न रात को आराम, ऐसी हालत हो सकती है। व्यक्ति धनवान हो भी जाए तो भी शांति नहीं मिलती है।
3. सूर्य, शुक्र और शनि की युति होने पर पति-पत्नी में वाद-विवाद और अशांति हो सकती है। नौकरी में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
4. सूर्य, बुध और राहु की युति होने पर सरकारी नौकरी मिल सकती है। नौकरी में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दो विवाह होने के योग बनते हैं। संतान के लिए भी परेशानियों हो सकती हैं।
5. चंद्र, शुक्र और बुध एक साथ होते हैं तो व्यक्ति सरकारी अधिकारी या कर्मचारी हो सकता है। घर में अशांति रहती है। व्यापार के लिए अशुभ योग है। संतान के संबंध में भी परेशानियां रहती हैं।
6. चंद्र, मंगल और बुध एक साथ होते हैं तो मन, साहस, बुद्धि का सामंजस्य अच्छा रहता है। स्वास्थ्य ठीक रहता है। व्यक्ति नीतिवान और साहसी होता है। यदि इस युति पर पाप ग्रह की दृष्टी हो तो व्यक्ति डरपोक और ख्याली पुलाव पकाने वाला होता है।
7. चंद्र, मंगल और शनि एक साथ होते हैं तो नजर कमजोर रहती है। बीमारी का भय रहता है। व्यक्ति डॉक्टर, वैज्ञानिक या इंजीनियर हो सकता है। मानसिक तनाव बना रहता है। ब्लड प्रेशर कम या ज्यादा रहता है।
8. चंद्र, मंगल और राहु एक साथ होते हैं तो ये योग पिता के लिए अशुभ होता। चंचलता बनी रहती है। माता तथा भाई के लिए सामान्य योग है।
9. चंद्र, बुध और शनि की युति हो तो व्यक्ति को मानसिक परेशानियों हो सकती हैं। बुद्धि से संबंधित कामों में नुकसान हो सकता है। अशांति बनी रहती है।
10. चंद्र, बुध और राहु एक साथ होने पर ये योग माता-पिता के लिए अशुभ होता है। दुर्घटना की आशंका बनती है।