Mooli Achar Mistakes: मूली के अचार में फफूंदी लगने की वजह बनती हैं ये 5 आम गलतियां। जानें अचार बनाने का सही तरीका और बनाएं ऐसा मूली का अचार जो महीनों तक फ्रेश और स्वादिष्ट रहे। इन आम गलियों से बचकर आप एक्स्ट्रा टेस्टी अचार घर पर बना सकते हैं।
Mooli Pickle Recipe: सर्दियों में मूली का अचार लगभग हर घर में बनाया जाता है, लेकिन अक्सर कुछ छोटी-छोटी गलतियों की वजह से इसमें फफूंदी लग जाती है या अचार जल्दी खराब हो जाता है। सही विधि और सावधानियां न अपनाई जाएं तो स्वाद के साथ-साथ मेहनत भी बेकार चली जाती है। अगर आप चाहते हैं कि मूली का अचार महीनों तक खुशबूदार, कुरकुरा और सुरक्षित रहे, तो इन 5 आम गलतियों से जरूर बचें।
मूली को ठीक से सुखाए बिना अचार डाल देना
- अचार में फफूंदी लगने की सबसे बड़ी वजह होती है नमी।
- अक्सर लोग मूली धोकर सीधे काट लेते हैं और मसाले मिला देते हैं, जबकि मूली के अंदर मौजूद पानी अचार को खराब कर देता है।
- मूली धोने के बाद 1-2 दिन धूप या पंखे की हवा में पूरी तरह सुखाएं। काटने के बाद भी हल्की धूप जरूर दिखाएं।
कड़वी या ज्यादा रस वाली मूली का इस्तेमाल
- सभी तरह की मूली अचार के लिए सही नहीं होती। ज्यादा रस वाली या कड़वी मूली से बना अचार जल्दी खराब होता है।
- सर्दियों की कठोर, सफेद और कम रस वाली मूली चुनें। इससे अचार स्वादिष्ट और टिकाऊ बनता है।
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नमक और सिरके की मात्रा में गड़बड़ी
- कम नमक या सिरका डालने से बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं।
- अचार में नमक स्वाद से थोड़ा ज्यादा रखें।
- अगर सिरका डाल रहे हैं तो मात्रा न घटाएं-यह अचार का नेचुरल प्रिजर्वेटिव है।
तेल ठीक से न उबालना
- कच्चा या ठंडा तेल अचार में मिलाने से उसमें नमी रह जाती है, जिससे फफूंदी लगती है।
- तेल को अच्छे से गर्म करके ठंडा करें, फिर ही अचार में मिलाएं। तेल इतना हो कि मूली पूरी तरह डूबी रहे, ताकी अचार सड़े नहीं।
गीले चम्मच या गलत स्टोरेज
- गीले चम्मच से अचार निकालना या प्लास्टिक जार में रखना अचार में फफूंदी लगा सकता है।
- हमेशा सूखा चम्मच इस्तेमाल करें और अचार को कांच या चीनी मिट्टी के जार में रखें। धूप दिखाना भी फायदेमंद होता है इसलिए जब भी धूप निकले अचार को धूप में रखें, ताकि नमी सूख जाए और फफूंदी न लगे।
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