सार

रोज़ाना नमक की सही मात्रा क्या है? केंद्र सरकार ने उम्र के हिसाब से नमक की मात्रा की जानकारी जारी की है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी के लिए ज़रूरी है ये जानना!

नई दिल्ली: इंसान के शरीर के लिए नमक बहुत ज़रूरी है। लेकिन ज़्यादा भी नुकसानदेह है और कम भी। नमक के सेवन में संतुलन ही नहीं, बल्कि हर किसी को कितना नमक खाना चाहिए, ये जानना भी ज़रूरी है। कल यानी 21 अक्टूबर को विश्व आयोडीन की कमी से होने वाली समस्याओं के रोकथाम का दिन है। इस मौके पर केंद्र सरकार ने उम्र के हिसाब से हर किसी के लिए रोज़ाना नमक की मात्रा की जानकारी वाली एक लिस्ट जारी की है।

बच्चे से लेकर बुज़ुर्ग तक, हर किसी के लिए रोज़ाना नमक की सही मात्रा जानना बेहद ज़रूरी है। इस मात्रा में नमक खाने से सेहत अच्छी रहती है। अगर ज़्यादा या कम हो जाए, तो संतुलन कैसे बनाए रखें, ये जानना ज़रूरी है। ये इंसान की अच्छी सेहत के राज़ में अहम भूमिका निभाता है।

केंद्र स्वास्थ्य विभाग ने ये लिस्ट जारी की है। जन्म से 59 महीने तक के बच्चे को रोज़ाना 90 μg (माइक्रोग्राम) नमक खाना चाहिए। 6 से 12 साल तक के बच्चों को रोज़ाना 120 μg (माइक्रोग्राम) नमक खाना चाहिए। 12 साल से ज़्यादा उम्र के सभी लोगों को 150 μg (माइक्रोग्राम) नमक रोज़ाना खाना चाहिए। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को रोज़ाना 250 μg (माइक्रोग्राम) नमक खाना चाहिए।

 

 

0 - 59 महीने : 90 μg 
6 से 12 साल: 120 μg 
12 साल से ज़्यादा: 150 μg
गर्भवती, स्तनपान कराने वाली महिलाएं: 250 μg

पोषक तत्वों के साथ-साथ नमक की भरपूर मात्रा वाले खाद्य पदार्थों की एक लिस्ट भी स्वास्थ्य विभाग ने जारी की है। समुद्र में उगने वाले प्राकृतिक साग, मछली समेत समुद्री भोजन, अंडा, गाय का दूध समेत कुछ डेयरी उत्पाद, गाजर समेत सब्ज़ियां और फल अच्छे हैं, ऐसा लिस्ट में बताया गया है। अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए हर किसी को अपने नमक के सेवन की मात्रा ज़रूर पता होनी चाहिए।