सार

लैक्टोज इंटॉलरेंस होने पर दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स से परहेज करना पड़ता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप कैल्शियम और दूसरे पोषक तत्वों से वंचित रह जाएंगे। बादाम, सोया, ओट्स जैसे कई हेल्दी विकल्प हैं जो आपकी डाइट को पौष्टिक बनाए रखेंगे।

दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स में मौजूद लैक्टोज को पचाने में शरीर को दिक्कत होती है तो इसे लैक्टोज इंटॉलरेंस (Lactose Intolerance) कहते हैं। इससे दूध पीने के बाद दस्त, जी मिचलाना, पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

 लैक्टोज इंटॉलरेंस होने का मतलब ये नहीं कि आपको दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स को पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए। बस आपको अपने दूध के सेवन के तरीके में थोड़ा बदलाव लाना होगा। लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोग कैल्शियम और विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए संतरा, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें और मेवे खा सकते हैं। आइए जानते हैं लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोग दूध की जगह कौन से हेल्दी ड्रिंक्स पी सकते हैं। 

1. बादाम का दूध 

पिसे हुए बादाम और पानी से बना बादाम का दूध कैल्शियम, विटामिन डी समेत कई विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। बादाम के दूध में कैलोरी भी कम होती है। इसलिए इसे डाइट में शामिल किया जा सकता है। 

2. सोया दूध

कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, प्रोटीन आदि से भरपूर होता है सोया दूध। इसलिए इसे भी डाइट में शामिल किया जा सकता है। ये कोलेस्ट्रॉल कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

3. ओट्स का दूध

कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी 12 समेत कई विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है ओट्स का दूध। लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोग दूध की जगह इसे पी सकते हैं। 

4. काजू का दूध

काजू को पानी में मिलाकर बनाया गया काजू का दूध भी लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोग पी सकते हैं। काजू के दूध में कैलोरी कम होती है। साथ ही प्रोटीन और अन्य विटामिन और मिनरल्स भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

5. नारियल का दूध 

नारियल का दूध फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसे भी आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। 

ध्यान दें: अपने आहार में कोई भी बदलाव करने से पहले किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ या पोषण विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।