Swiggy price comparison: कोयंबटूर के शख्स ने बताया कि कैसे स्विगी से फूड ऑर्डर करना रेस्टोरेंट के मुकाबले 81% महंगा पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट ने लोगों को फूड डिलीवरी ऐप्स के अतिरिक्त शुल्क और असली कीमत पर सोचने पर मजबूर कर दिया।

Swiggy Costly food: खाना बनाने के समान से लेकर स्वादिष्ट भोजन तक आजकल दरवाजे से सिर्फ 8 से 10 मिनट की दूरी पर है। ऐसे कई ऐप हैं, जो 10 से 15 मिनट के भीतर आपका पसंदीदा फूड घर पर पहुंचा देते हैं। टाइम कम होने के कारण या व्यस्तता के चलते ज्यादातर लोग इस पर बहुत ज्यादा निर्भर हो चुके हैं। लेकिन कई बार यह ऐप मनमानी रेट भी वसूलते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया कोयंबटूर से। कोयंबटूर के एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि स्विगी ने रेस्टोरेंट के मुकाबले खाना ऑर्डर करने पर 81% अधिक पेमेंट लिया है। व्यक्ति ने x हैंडल पर खाने का बिल भी शेयर किया। आइए जानते हैं कि आखिर व्यक्ति को खाने में कितना ज्यादा भुगतान करना पड़ा। 

रेस्टोरेंट के मुकाबले फूड डिलीवरी पर दिए 81% ज्यादा

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कोयंबटूर के स्थानीय निवासी सुंदर एक हैंडल पर लिखते हैं कि स्विगी क्या आप मुझे समझाएंगे कि ऐप से खाना ऑर्डर करना 81% तक महंगा क्यों है? क्या यही सुविधा की असली कीमत है? मुझे खाना मंगवाने के लिए 663 रु ज्यादा क्यों देने पड़ते हैं। सुंदर ने अपने दावे को मजबूत बनाने के लिए दोनों बिलों के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं। जिसमें साफ दिख रहा है कि स्विगी ऑर्डर की कुल कीमत 1,473 रु थी। वहीं रेस्टोरेंट से खरीदी गए फूड का कुल मूल्य 810 रुपए था। यानी एक ही भोजन के लिए व्यक्ति को 663 रु ज्यादा देने पड़े। अब तक इस पोस्ट को 30 लाख व्यूज मिल चुके हैं। आपको बताते चलें कि फेस्टिवल सीजंस में यह ऐप अपनी दरों को बढ़ा देते हैं। आपको फूड ऑर्डर करने से पहले कीमतों को चेक कर लेना चाहिए।

फूड एप में अतिरिक्त शुल्क कितना लिया जाता है?

किसी से भी रेस्टोरेंट से जब खाना आर्डर किया जाता है, तो खाने की कीमत के अलावा फूड एप अतिरिक्त शुल्क भी ऐड करते हैं।

  1. प्लेटफॉर्म शुल्क
  2. डिलीवरी शुल्क
  3. 18% जीएसटी

यह शुल्क एप और शहर के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ स्थानों पर यह शुल्क बढ़ जाते हैं और कई कंपनियां अपने मार्जिन को कवर करने के लिए शुल्क बढ़ाती रहती हैं।

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