Organic Gardening: ऑर्गेनिक गार्डनिंग में बिना केमिकल खाद और कीटनाशक के पौधे उगाए जाते हैं। प्राकृतिक खाद, देसी उपाय और स्वस्थ मिट्टी से पौधे मजबूत बनते हैं। जानें केमिकल-फ्री गार्डनिंग के आसान तरीके और इसके फायदे।

Chemical Free Gardening: आज के समय में लोग केमिकल खाद और कीटनाशकों से होने वाले नुकसान को समझने लगे हैं। ऐसे में ऑर्गेनिक गार्डनिंग एक सेफ, नेचुरल और इको-फ्रेंडली तरीका है, जिसमें बिना किसी केमिकल वाले खाद या स्प्रे के पौधे उगाए जाते हैं। इससे न सिर्फ पौधे हेल्दी रहते हैं, बल्कि सब्जियां, फल और फूल भी पूरी तरह सेफ और न्यूट्रिशन से भरपूर होते हैं।

ऑर्गेनिक गार्डनिंग क्या है?

ऑर्गेनिक गार्डनिंग वो प्रोसेस है जिसमें पौधों को उगाने के लिए नेचुरल खाद, देसी बीज और घरेलू खाद का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मिट्टी की सेहत को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है ताकि पौधे अपनी जरूरत के पोषक तत्व खुद मिट्टी से ले सकें।

केमिकल के नुकसान क्यों हैं?

केमिकल खाद मिट्टी की नेचुरल ताकत को खत्म कर देती है। इससे मिट्टी बंजर होती जाती है और पौधे कमजोर हो जाते हैं। साथ ही ये केमिकल पानी और सब्जियों के जरिए हमारे शरीर तक पहुंचकर सेहत को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

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बिना केमिकल पौधे कैसे उगाएं?

पौधे उगाने के लिए किचन वेस्ट कंपोस्ट, गोबर की खाद, वर्मीकम्पोस्ट और पत्तों की खाद का इस्तेमाल करें। बीज बोने से पहले मिट्टी को अच्छे से तैयार करें और ड्रेनेज का ध्यान रखें। कीटों से बचाव के लिए नीम का पानी, लहसुन-मिर्च स्प्रे और छाछ का प्रयोग करें।

ऑर्गेनिक गार्डनिंग के फायदे

ऑर्गेनिक गार्डनिंग से पौधे लंबे समय तक हेल्दी रहते हैं। सब्जियां और फल ज्यादा स्वादिष्ट होते हैं। मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और पर्यावरण सुरक्षित रहता है।

शुरुआत कैसे करें?

छोटे गमलों या किचन गार्डन से शुरुआत करें। धीरे-धीरे एक्सपीरियंस बढ़ने पर पौधों की संख्या बढ़ाएं और पूरी तरह केमिकल-फ्री गार्डन बनाएं।

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