Plant Transplanting Tips: नई-नई गार्डनिंग शुरू की है तो आपको पौधों को दूसरे गमले में शिफ्ट करना (Transplanting) और एक पौधे की शाखा को दूसरे पौधे पर जोड़कर नया पौधा बनाना (Grafting) समझनी बहुत जरूरी है। जानें इसकी असरदार टिप्स।
पौधों को एक गमले से दूसरे गमले में शिफ्ट करना (Transplanting) और एक पौधे की शाखा को दूसरे पौधे पर जोड़कर नया पौधा बनाना (Grafting) बागवानी की सबसे जरूरी स्किल है। अगर यह दोनों काम सही समय पर और सही तरीके से किए जाएं, तो पौधा तेजी से बढ़ता है, आसानी से फूल देता है और जड़ें मजबूत बनती हैं। लेकिन अगर टाइमिंग गलत हो जाए, तो पौधा शॉक में चला जाता है, पत्ते झड़ने लगते हैं और कभी-कभी पौधा मर भी सकता है। इसलिए यहां समझिए ट्रांसप्लांट का बेस्ट सीजन, बेस्ट टाइमिंग और ग्राफ्टिंग की सबसे आसान लेकिन असरदार टिप्स।
प्लांट ट्रांसप्लांट करने का सही टाइम कौनसा?
अगर आप अपने पौधों को ट्रांसप्लांट करने वाले हैं तो 3 टाइम सबसे बेस्ट हैं। पहला सर्दियों की हल्की शुरुआत (October–November), दूसरा बसंत का समय (February–March) और तीसरा रैनी सीजन खत्म होने के बाद (September)। इन मौसमों में तापमान बहुत ज्यादा नहीं होता, मिट्टी में नमी रहती है और पौधा ट्रांसप्लांटिंग शॉक से जल्दी रिकवर होता है।
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कब प्लांट ट्रांसप्लांट बिल्कुल न करें?
- तेज गर्मी (April–June) – पौधे की जड़ें बर्न हो सकती हैं
- भारी बारिश – मिट्टी गीली रहने से जड़ें सड़ सकती हैं
- कड़क सर्दी – पौधा ग्रोथ मोड में नहीं रहता
दिन में ट्रांसप्लांट का सबसे सही समय
अगर आप प्लांट ट्रांसप्लांट करने वाले हैं तो सुबह 7–10 बजे या शाम 4–6 बजे इसे करें। इस समय सूरज हल्का रहता है और पौधे पर डायरेक्ट हीट नहीं पड़ती, जिससे जड़ें स्ट्रेस में नहीं जाती हैं। रातभर मिट्टी में नमी रहने से पौधा तेजी से सेट हो जाता है।
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प्लांट को कब ट्रांसप्लांट करना चाहिए?
- जड़ें गमले से बाहर आने लगें
- मिट्टी जल्दी-जल्दी सूख जाए
- पौधा ऊंचा हो जाए और गमला छोटा लगे
- फूल/पत्ते छोटे पड़ने लगें
- प्लास्टिक नर्सरी पॉट में बहुत दिन हो गए हों
- इनका मतलब है कि पौधा बड़े घर के लिए तैयार है।
ट्रांसप्लांट करते समय सबसे जरूरी टिप्स
पौधे को पहले पानी दें: ट्रांसप्लांट से 2–3 घंटे पहले मिट्टी को मॉइस्चर दें। जड़ें बिना टूटे निकलती हैं।
जड़ें न तोड़ें : Root ball को पूरा पकड़कर निकालें। अगर जड़ें बहुत गोल-गोल होकर एक-दूसरे में लिपटी हों, तो सिर्फ ऊपर से हल्का-सा ढीला करें।
नई मिट्टी न्यूट्रिएंट वाली रखें: इसके लिए 40% Garden Soil, 30% Cocopeat, 20% Compost (Vermicompost) और 10% Sand/Perlite
ट्रांसप्लांट के बाद फर्टिलाइजर न डालें: कम से कम 10–12 दिन बाद हल्का कम्पोस्ट दें।
2–3 दिन छांव में रखें: सीधे सूरज में रखेंगे तो पौधा शॉक में जा सकता है।
