सार

जॉब स्ट्रेस, पढ़ाई का तनाव, परीक्षा का डर, ये सभी तनाव हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। लगातार तनाव हृदय गति और रक्तचाप को बढ़ा सकता है जिससे हृदय रोग हो सकता है।

जॉब स्ट्रेस, पढ़ाई का तनाव, परीक्षा का डर, ऐसे कई तरह के स्ट्रेस लोगों को परेशान करते हैं। तनाव कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। अध्ययनों से पता चलता है कि तनाव मुख्य रूप से हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। जब आप तनाव में होते हैं तो आपका शरीर कोर्टिसोल, एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन रिलीज करता है।

लंबे समय तक तनाव हृदय के लिए हानिकारक हो सकता है। लगातार तनाव हृदय गति और रक्तचाप को बढ़ा सकता है। इससे हृदय रोग हो सकता है। तनाव आपको अस्वास्थ्यकर आदतों जैसे अधिक भोजन करना, धूम्रपान करना या व्यायाम न करना आदि की ओर ले जा सकता है।

तनाव कम करने के लिए हमें अपनी जीवनशैली में क्या करना चाहिए...

अच्छी तरह से खाएं: फल, सब्जियां, अनाज, प्रोटीन को अपने आहार में शामिल करें और जंक फूड का सेवन कम करें।

ठीक से सोएं: अच्छी नींद तनाव को अच्छी तरह से प्रबंधित करने में मदद करती है। 7-9 घंटे सोने के लिए समय निकालें।

ध्यान, मेडिटेशन का अभ्यास करें: ध्यान और मेडिटेशन मन को शांत करने और तनाव कम करने में मदद करते हैं।

शराब और सिगरेट से बचें: तनाव में होने पर शराब और सिगरेट से बचें। वे हृदय पर भारी पड़ते हैं।

व्यायाम: तनाव के स्तर को कम करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक व्यायाम है। यह एंडोर्फिन नामक प्राकृतिक रसायनों को रिलीज करने में मदद करता है, जो आपके मूड को बेहतर बनाने और चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं।

नींद महत्वपूर्ण है: नींद की कमी कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे तनाव और अनिद्रा हो सकती है। हर रात कम से कम सात से आठ घंटे सोने की कोशिश करें।