Cancer test recommended by doctors: पुरुषों में कैंसर का खतरा बढ़ रहा है, लेकिन शुरुआती जांच से 80-90% सफल इलाज संभव है। इसलिए, 40 की उम्र के बाद 6 नियमित टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है।

आज की तेज लाइफस्टाइल, तनाव, गलत खान-पान और वर्क-लाइफ असंतुलन की वजह से पुरुषों में कैंसर का खतरा पहले की तुलना में कई गुना बढ़ गया है। इंडियन मेडिकल जर्नल की रिपोर्ट बताती है कि पुरुष कैंसर के शुरुआती लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। इसी वजह से कैंसर देर से पकड़ा जाता है, जिससे इलाज मुश्किल और खर्चीला हो जाता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि अगर कैंसर शुरुआती स्टेज पर पकड़ में आ जाए, तो उसका इलाज 80–90% तक सफल होता है। इसलिए डॉक्टर और ऑन्कोलॉजिस्ट सलाह देते हैं कि पुरुषों को कुछ स्पेसिफिक कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट समय-समय पर जरूर करवाने चाहिए।

PSA टेस्ट से कराएं कैंसर जांच(Prostate Specific Antigen)

40+ उम्र के पुरुष या जिनके परिवार में किसी को प्रोस्टेट कैंसर रहा है उनको ये टेस्ट जरूर कराना चाहिए। इस टेस्ट में खून से PSA लेवल जांचा जाता है। PSA बढ़ा हुआ मिलने पर कैंसर या प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन की संभावना होती है। प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में सबसे तेजी से बढ़ने वाला कैंसर है, लेकिन यह बहुत धीरे-धीरे डेवलप होता है। इसलिए समय रहते पता चल जाए तो आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।

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Low-dose CT Scan फेंफड़ों के कैंसर के लिए

जो लोग स्मोकिंग करते हैं या रोजाना ज्यादा धूल-पॉल्यूशन वाले एरिया में काम करते हैं उनको ये टेस्ट जरूर कराना चाहिए। चेस्ट का Low-dose CT scan लंग कैंसर को प्रारंभिक स्टेज पर पकड़ लेता है। एक्स-रे से छोटे नोड्यूल नहीं दिखते, लेकिन CT scan में दिखाई दे जाते हैं।

Colonoscopy के पकड़ें कोलन कैंसर 

45 की उम्र के पाल आपको ये टेस्ट जरूर कराना चाहिए। अगर आपको बार-बार कब्ज, ब्लीडिंग या बॉवेल हैबिट में बदलाव दिखता हैतो इसे जरूर ट्राय करें। इस टेस्ट में एक छोटा कैमरा आंतों की अंदरूनी सतह की जांच करता है। यदि कोई पॉलिप मिलता है, तो उसे उसी समय निकाल दिया जाता है ताकि वह कैंसर में न बदले।

खून का बेसिक प्रोफाइल टेस्ट CBC + ESR 

ब्लड कैंसर (Leukemia) की शुरुआती पहचान करने के लिए हर पुरुष को साल में एक बार ये टेस्ट जरूर कराना चाहिए। CBC रिपोर्ट में WBC, RBC और प्लेटलेट्स की गिनती असामान्य होने पर आगे की जांच की सलाह दी जाती है।

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लिवर फंक्शन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड

जो शराब पीते हैं, फैटी लिवर की समस्या हैं, ओवरवेट या मेटाबॉलिक सिंड्रोम का शिकार हैं उनको ये टेस्ट कराना चाहिए। लिवर कैंसर अक्सर बिना लक्षण के बढ़ता है, इसलिए LFT + Ultrasound एक प्रिवेंटिव कदम है।

थायराइड अल्ट्रासाउंड और TSH Test

अगर आपकी गर्दन में सूजन दिखे, आवाज बैठना या निगलने में दिक्कत होती है तो इस टेस्ट को जरूर कराएं। थायराइड कैंसर शुरुआती स्टेज में आसानी से ठीक हो सकता है, इसलिए इस टेस्ट को इग्नोर न करें।