सार
Weight Loss Due to Diabetes: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लंबे समय से ब्लड शुगर की समस्या से जूझ रहे हैं। उनका वजन ब्लड शुगर की अनियमितता के कारण 70 किलो से घटकर 63 किलो हो गया है। जानिए डायबिटीज में वेट लॉस की गंभीरता के बारे में।
हेल्थ डेस्क: दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ब्लड शुगर की समस्या से लंबे समय से पीड़ित है। ब्लड शुगर के कारण उनको एक नहीं बल्कि कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ब्लड शुगर गड़बड़ हो जाने के कारण अरविंद केजरीवाल का वजन 70 किलो से घटकर 63 किलो पहुंच गया था। ऑनली माय हेल्थ को दिए इंटरव्यू में फिजिशियन डॉ समीर ने बताया कि डायबिटीज की बीमारी में तेजी से वजन कम होना बीमारी के लक्षण से जुड़ा है। जब ब्लड में शुगर अचानक से बढ़ जाती है तो व्यक्ति के शरीर में परिवर्तन होने लगते हैं। इस कारण से अन्य गंभीर समस्याएं भी दिखने लगती हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको डायबिटीज में वेट लॉस और संबंधित समस्याओं के बारे में जानकारी देंगे।
डायबिटीज में वेट लॉस
डॉ समीर डायबिटीज में वेट लॉस के बारे में बताते हुए कहते हैं कि डायबिटीज के कारण बार-बार यूरिनेशन की समस्या होती है। शरीर में पानी की कमी होने से व्यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाता है। ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ने से मसल्स में वीकनेस आ जाती है। साथ ही खाने से मिला ग्लूकोज एनर्जी में ठीक तरह से बदल ही नहीं पता। इस कारण से व्यक्ति का वेट लॉस हो जाता है।
टाइप 1 डायबिटीज वाले व्यक्ति में इम्यून सिस्टम पेनक्रियाज की उन कोशिकाओं में हमला करता है जो इंसुलिन बनती हैं। इस कारण से ब्लड में ग्लूकोज जमा होता रहता है और फिर किडनी से यूरिन के जरिए बाहर निकलता है। शुगर का इस्तेमाल एनर्जी के रूप में नहीं हो पाता। इस कारण से बॉडी एनर्जी के लिए फैट और मसल्स को बर्न करना शुरू कर देती है और वजन कम होने लगता है। अगर डायबिटीज में वेट लॉस का ट्रीटमेंट सही समय न हो तो व्यक्ति को डायबिटिक कीटोएसिडोसिस हो जाता है। इस गंभीर स्थिति के कारण व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती हैं।
वेट मेंटेन कर बच सकते हैं डायबिटीज से
आपको यह बात समझने की जरूरत है कि एक डायबिटिक व्यक्ति के वेट लॉस और एक स्वस्थ व्यक्ति के वेट लॉस में अंतर होता है। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं और तेजी से वजन घट रहा है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। वहीं स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना एक्सरसाइज, हेल्दी फूड्स खाकर वेट मेंटेन करना चाहिए। ऐसा करके डायबिटीज की समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
टाइप 1 डायबिटीज की समस्या जेनेटिक होती है वहीं टाइप 2 डायबिटीज अनहेल्थी लाइफस्टाइल के कारण पैदा होता है। हम अपनी अच्छी आदतों से काफी हद तक टाइप 2 डायबिटीज से बच सकते हैं।
डायबिटीज में डाइट
- डायबिटिक व्यक्ति को अपने खाने में नॉन-स्टार्च वाली सब्जियां और फाइबर युक्त फलों का सेवन करना चाहिए।
- खाने में हरी पत्तियों का सलाद, ब्रोकली, टमाटर आदि शरीर को फायदा पहुंचाते हैं।
- लीन प्रोटीन के लिए चिकन और बींस का सेवन किया जा सकता है।
- आप कार्बोहाइड्रेट में ब्राउन राइस, ओट्स और अनाज से बना पास्ता खा सकते हैं। वहीं डेयरी प्रोडक्ट्स में लो फैट वाला दही बेस्ट ऑप्शन है।
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