सार
कोरोना के शिकार होने के बाद जब आप इस ठीक होते हैं तो भी कई तरह की शारीरिक समस्या को महसूस करते हैं। एक स्टडी में पता चला है कि कोविड संक्रमण आपकी धमनियों (arteries) को लंबे समय तक घातक नुकसान पहुंचा सकता है।
हेल्थ डेस्क.कोरोना ने हमारी जिंदगी को बदलकर रख दिया है। जो लोग कोरोना से पीड़ित हुए और इलाज के बाद ठीक हुए वो खुद को अभी भी हेल्दी महसूस नहीं करते हैं। पोस्ट कोविड लक्षण उन्हें परेशान करता रहता है। फिजिकली वो कमजोर हो जाते हैं। गले में खराश, शरीर में दर्द समेत कई तरह के लक्षण उन्हें नजर आते हैं। लेकिन एक स्टडी में कोरोना को लेकर एक खतरनाक खुलासा हुआ है।
एक स्टडी में पता चला है कि कोविड संक्रमण आपकी धमनियों (arteries) को लंबे समय तक घातक नुकसान पहुंचा सकता है।शोधकर्ताओं ने पाया कि इस वायरस के शिकार हो चुके मरीजों की धमनियां इसके चपेट में आने के बाद तेजी से सख्त हो गई। भले ही संक्रमण का लक्षण हल्का क्यों ना रहा हो।
धमनी सख्त होने से कई तरह की बीमारी हो सकता है
धमनी का सख्त होना आमतौर पर उम्र के साथ जुड़ा होता है। यह टाइप 2 डायबिटीज जैसी बीमारियों से भी तेज हो सकती है। ऐसी स्थिति में ब्लड प्रेशर में वृद्धि हो सकती है। जिससे घातक दिल का दौरा और स्ट्रौक का खतरा बढ़ जाता है।पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय के डॉ मारिया पेरिसियो ने कहा, 'हम नाड़ी हेल्थ में इस तरह की गिरावट देखकर हैरान थे। जो वक्त के साथ और भी बिगड़ गया।'
संक्रमण के बाद सूजन कम होने की उम्मीद करते हैं, लेकिन होता उल्टा है
उन्होंने आगे कहा,'आमतौर पर आप संक्रमण के बाद समय के साथ सूजन कम होने की उम्मीद करते हैं। इसके साथ शारीरिक कार्यों के सामान्य होने और खुद को हेल्दी महसूस करने कोशिश करते हैं।हम केवल अनुमान लगा सकते हैं कि इस घटना के कारण आगे की जांच के बिना क्या कारण है। लेकिन उभरते सबूत बताते हैं कि यह कोविड की वजह से हुआ है जो ऑटो-इम्यून प्रक्रिया को ट्रिगर करता है जिससे वास्कुलचर बिगड़ जाता है।वायरस महीनों तक लक्षणों को जारी रख सकता है ।एक ऐसी स्थिति जिसे लॉन्ग कोविड के नाम से जाना जाता है।
संक्रमण के चार हफ्तों बाद भी लक्षण दिखाई देते हैं
ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, 5 मार्च तक संक्रमण के कम से कम चार सप्ताह बाद लगभग 1.9 मिलियन ब्रिट्स ने लक्षणों की सूचना दी।पिछले शोधों ने कोविड को दिल की विफलता और दिल के दौरे के अधिक जोखिम से जोड़ा है।जर्नल ऑफ़ क्लीनिकल मेडिसिन में प्रकाशित नए स्टडी में देखा गया कि वायरस धमनी कठोरता के स्तर को कैसे प्रभावित करता है।
32 लोगों पर हुआ शोध
शोधकर्ताओं ने 32 प्रतिभागियों को भर्ती किया जिनका कोविड होने से पहले धमनी की कठोरता को मापा गया था। वायरस की चपेट में आने के बाद उनकी धमनियों का फिर से परीक्षण किया गया कि वे कैसे बदली हैं। जिसमें देखा गया कि धमनियां पहले की अपेक्षा सख्त हो रही थी। कोरोना संक्रमण का उन युवा लोगों में हृदय स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव छोड़ सकता है जिनके पास बीमारी का हल्का रूप था। इसलिए वक्त-वक्त पर जांच करानी जरूरी है।
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