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ब्रिटेन में कोरोना का नया वेरिएंट 'एरिस' का कहर, हर सात में से 1 शख्स हो रहा शिकार
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ब्रिटेन में बढ़ा कोविड
ब्रिटिश हेल्थ एजेंसी के मुताबिक रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम के जरिए करीब 4,396 सैंपल लिए गए। इनमें से 5.4 फीसदी मरीजों में कोरोना यरस की पुष्टी की गई। वहीं, पिछली रिपोर्ट में ये संख्या 4,403 में से 3.7 फीसदी थी। UKSHA के चीफ डॉक्टर मैरी ने बताया कि कोरोना के मामले बीते दिनों के मुकाबले बढ़ा है। खासकर बुजुर्गों को यह नया स्ट्रेन निशाना बना रहा है। इसकी बारीकी से जांच की जा रही है और लोगों को कोरोना नियम का पालन करने की सलाह दी जा रही है।
3 जुलाई को कोरोना के नए वेरिएंट की पहचान
एरिस, जो EG.5.1 वेरिएंट का उपनाम है। ये सात कोरोना के नए मामलों में से एक हो सकता है। बता दें कि 3 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोविड के नए वैरिएंट पहचाना गया था और एरिस नाम दिया गया था।
यूके में 11.8% मामले एरिस से जुड़े
यूकेएसएचए वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के दूसरे सप्ताह में यूके के 11.8% सिक्वेंसेसज EG.5.1 वे के रूप में क्लासिफाइड किया गया था। 31 जुलाई को ब्रिटेन के डेटा में जीनोम की बढ़ती संख्या के कारण इसे मॉनिटरिंग सिग्नल से बढ़ाकर वैरिएंट V-23JUL-01 कर दिया गया था।
कोरोना का खतरा बना हुआ है
वहीं, WHO का कहना है कि 5 मई 2023 को COVID-19 के लिए अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया गया था। बावूजद इसके कोविड 19 एक बड़ा खतरा बना हुआ है। WHO की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक EG.5.1 45 देशों में पाया गया है।
ब्रिटेन में कोविड के मामले किस वजह से बढ़ रहे हैं?
मीडिया रिपोर्ट में विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा गया है कि 'बार्बी'( Barbie ) और 'ओपेनहाइमर'(Oppenheimer) फिल्मों की रिलीज ने मामलों की संख्या में वृद्धि में योगदान दिया हो सकता है। इस उछाल के पीछे खराब मौसम और घटती रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अन्य कारण बताए जा रहे हैं।
अमेरिका में भी कोविड के मामले बढ़ रहे हैं
अमेरिका में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। दिसंबर से अस्पताल में भर्ती होने की दर में 10% की बढ़ोतरी हुई थी। यूएस सीडीसी का कहना है, "अमेरिका में कोरोना के कारण कुल 8,035 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और जून के मध्य से यह पैटर्न बढ़ रहा है। खराब मौसम को इस मामले का मुख्य कारण बताया जा रहा है। गर्मी के कारण बहुत से लोग घर के अंदर रहना पसंद करते हैं जहां हवा का संचार नहीं होता है और ऐसा वातावरण श्वसन वायरस को जीवित रहने के लिए सही माहौल देता है।
क्या लक्षणों में कोई अंतर है?
पिछली लहरों में दिखे कोविड के लक्षणों के नेचर में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है।जिन देशों में मामले बढ़ रहे हैं, वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों को सिरदर्द, बुखार या नाक बहने जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत कोरोना टेस्ट कराने को कहा है।
कोरोना प्रोटोकॉल का करें पालन
लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल पालन करने की सलाह दी जा रही है।हाथों को साफ रखना, खुली सतहों को छूने से बचना, यदि आवश्यक न हो तो भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना शामिल है। इसके अलावा घर क के अंदर की हवा को हवादार रखना और लक्षण दिखने पर अलग-थलग रहना कुछ ऐसे एहतियाती कदम हैं जिनका पालन करना आवश्यक है।
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