Cryptic Pregnancy case: क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी वह स्थिति होती है जब महिला को गर्भावस्था का महीनों तक पता नहीं चलता। जानिए इसके कारण, लक्षणों के बारे में।

ऑस्ट्रेलिया की 20 साल की चार्लोट को प्रेग्नेंसी के बारे में भनक तक नहीं लगी। प्रसव के कुछ घंटे पहले ही उसे पता चला कि वह 38 सप्ताह की गर्भवती है। चार्लेट गर्मनिरोधक लेने और नियमित मासिक धर्म आने के बावजूद गर्भवती हो गई। उसका वजन धीरे-धीरे बढ़ रहा था लेकिन इस बात की उसे भनक तक नहीं लगी कि उसके पेट में एक बच्चा पल रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि 2500 प्रेग्नेंसी में एक प्रेगनेंसी ऐसी होती है जिसमें गर्भावस्था के लक्षणों का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। इसे क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी कहते हैं। आईए जानते हैं क्या होता है क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी।

क्या होती है क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी?

क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी के नाम से ही साफ है कि यह एक ऐसी प्रेग्नेंसी होती है जिसमें महिला को किसी भी तरह के गर्भावस्था के संकेत नजर नहीं आते। इसमें ना तो महिला की मेंस्ट्रूअल साइकिल (मासिक धर्म) मिस होता है और ना ही महिला को किसी तरह की मॉर्निंग सिकनेस का सामना करना पड़ता है। इस कारण से महिला को महसूस ही नहीं होता कि वह प्रेग्नेंट है। कुछ ग्रुप में इस प्रकार की प्रेग्नेंसी की संभावना ज्यादा होती है।

किन लोगों में क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी की संभावना होती है अधिक?

  1. जो महिलाएं गर्भनिरोधक ले रही हैं।
  2. जिनका मासिक धर्म नियमित नहीं है या रजोनिवृत्ति के करीब हैं।
  3.  जिन महिलाओं ने हाल ही में बच्चों को जन्म दिया है।
  4.  PCOS जैसी समस्याओं से ग्रस्त महिलाएं ।

उपरोक्त कारणों से महिला को प्रेग्नेंसी के लक्षण पता नहीं चल पाते हैं। महिला को तब प्रेग्नेंसी के बारे में पता चलता है जब उन्हें लेकर लेबर पेन होता है। कुछ महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान हल्की ब्लीडिंग होती है जो कि इन्प्लांटेशन ब्लीडिंग होती है। जिन महिलाओं का पेट बड़ा होता है उन्हें आन्तरिक परिवर्तनों के बारे में पता भी नहीं चलता। अगर परीक्षण बहुत जल्दी कर लिया जाए या गलत तरीके से किया जाए तो भी गर्भावस्था का पता नहीं लगता। साथ ही अगर प्लेसेंटा आगे की ओर हो तो एंब्रियो की मूवमेंट धीमी हो सकती है जिससे कारण बच्चे की किक महसूस करना कठिन हो जाता है।

क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी के लक्षण

जिन महिलाओं को क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी होती है ऐसा बिल्कुल नहीं है कि उन्हें कोई लक्षण नजर नहीं आते लेकिन लक्षण इतने सामान्य होते हैं जिन पर ध्यान देना मुमकिन नहीं हो पता। कुछ लक्षण जैसे की ब्रेस्ट में पेन, हल्के पीरियड्स के धब्बे, उल्टी, थकान, ऐंठन या फिर सूजन महसूस होना, कब्ज की समस्या, बार-बार यूरिन, खाने में मन नहीं लगना आदि लक्षण दिखते हैं।