Alcohol Side Effect: अक्सर लोग यह कहते हुए शराब पीते हैं कि थोड़ी मात्रा दिमाग के लिए फायदेमंद होती है, लेकिन नई स्टडी ने चौंकाने वाला सच सामने रखा है। आप चाहें सिर्फ एक घूंट ही क्यों न लें, यह डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है।
Health News: 'एक घूंट मुझे भी पिला दें शराबी..फिर देख होता है क्या'... वेट एक घूंट में तो आपकी पूरी सेहत बिगड़ सकती है। इतना ही नहीं आपको डिमेंशिया (Dementia) की बीमारी भी दे सकती है। एक नई स्टडी ने अब तक प्रचलित धारणा को चुनौती दिया है कि हल्की मात्रा में शराब पीना दिमाग के लिए फायदेमंद होता है। यानी शराब की थोड़ी सी मात्रा भी सेहत और ब्रेन दोनों के लिए हानिकारक है। आइए जानते हैं, नई स्टडी में शराब को लेकर कौन-कौन सी बातें सामने आई हैं।
लाखों लोगों के डेटा का अध्ययन
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, येल यूनिवर्सिटी और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यूके बायोबैंक और यूएस मिलियन वेटरन प्रोग्राम में शामिल 5,59,559 लोगों के डेटा का एनालिसिस किया। फॉलो-अप पीरियड के दौरान इनमें से 14,540 लोगों में डिमेंशिया विकसित हुआ। स्टडी में पता चला कि जो लोग शराब बिल्कुल नहीं पीते या बहुत ज्यादा पीते हैं, उनमें हल्का पीने वालों की तुलना में डिमेंशिया का खतरा 41% ज्यादा होता है। वहीं, शराब के आदी लोगों में यह खतरा 51% तक बढ़ जाता है।
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जेनेटिक एनालिसिस से भी बढ़ा संदेह
शोधकर्ताओं ने डिमेंशिया से जुड़े 2.4 मिलियन लोगों के जेनेटिक डेटा का भी एनालिसिस किया। इसमें पाया गया कि शराब से जुड़े तीनों पैमानों, साप्ताहिक खपत, रिस्की ड्रिंकिंग और एल्कोहल डिपेंडेंसी पर ज्यादा जेनेटिक रिस्क वाले लोगों में डिमेंशिया की संभावना अधिक थी।
ऑक्सफोर्ड पॉपुलेशन हेल्थ की वरिष्ठ शोधकर्ता डॉ. अन्या टोपिवाला ने कहा, 'हमारे निष्कर्ष इस आम धारणा को चुनौती देते हैं कि हल्की मात्रा में शराब दिमाग के लिए फायदेमंद होती है। वास्तव में, यह इसके विपरीत है। यहां तक कि हल्की या मिडियम मात्रा में शराब पीना भी डिमेंशिया का खतरा बढ़ा सकता है।'
मेडिकल एक्सपर्ट्स की चेतावनी
येल यूनिवर्सिटी के डॉ. जोएल गेलर्न्टर ने कहा कि पहले माना जाता था कि हल्की शराब पीना दिमाग के लिए अच्छा है, लेकिन अब यह गलत साबित हो रहा है। यह रिजल्ट केवल जेनेटिक रूप से संवेदनशील लोगों तक सीमित नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति पर लागू होते हैं जो शराब पीता है।
अल्जाइमर रिसर्च यूके की रिसर्च हेड डॉ. लिया मर्सलीन ने कहा कि अब तक कोई भी ऐसा इलाज उपलब्ध नहीं है जो डिमेंशिया को रोक सके या धीमा कर सके, इसलिए ब्रेन हेल्थ के लिए शराब कम करना या बंद कर देना बहुत जरूरी है।
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