Saunf Health Benefits: सौंफ में पाचन, डिटॉक्स, वजन घटाने, ओरल हेल्थ पर फायदेमंद असर मिलता है। सौंफ चबाना फाइबर और ताजगी देता है, सौंफ का पानी हाइड्रेशन के साथ मेटाबॉलिज्म और डिटॉक्स को बढ़ाता है; दोनों का कॉम्बिनेशन बेस्ट है।

Saunf Ke Fayede: सौंफ हर किचन का हिस्सा है और सदियों से आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल होता आ रहा है। इसका हल्का मिठास भरा स्वाद और औषधीय गुण इसे खास बनाते हैं। पाचन सुधारने से लेकर शरीर को डिटॉक्स करने और वजन कम करने तक, सौंफ के फायदे अनगिनत हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स, डाइटरी फाइबर से भरपूर सौंफ शरीर की सूजन कम करने, मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और रेस्पिरेटरी हेल्थ को सपोर्ट करने में मदद करती है।सौंफ (Fennel) को आमतौर पर दो तरीकों से खाया जाता है। एक तो चबाकर और दूसरा सौंफ का पानी बनाकर कंज्यूम करते हैं। लेकिन सवाल है कि इन दोनों में से बेहतर कौन सा तरीका है।

सौंफ चबाने के फायेद

 कच्ची सौंफ चबाने से इसमें मौजूद नैचुरल ऑयल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को तुरंत फायदा पहुंचाते हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन सुधारता है, कब्ज दूर करता है और लार के स्त्राव को बढ़ाकर भोजन को तोड़ने में मदद करता है। इसके साथ ही यह मुंह की बदबू को भी दूर करती है और सांसों को ताजगी देती है। हर रोज थोड़ी सी सौंफ चबाने से ओरल और पाचन हेल्थ बेहतर होती है।

सौंफ का पानी पीने से मिलने वाले फायदे

 सौंफ का पानी रात में भिगोकर बनाया जाता है। इसके पीने से बॉडी लाइट होती है। यह डिटॉक्स में मदद करता है। हाइड्रेशन में भी यह फायदेमंद है। इसमें मौजूद विटामिन और फ्लेवोनॉयड्स जल्दी अवशोषित हो जाते हैं, जिससे ब्लोटिंग, गैस और एसिडिटी कम होती है। सौंफ का पानी लीवर को सपोर्ट करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। इसे खासतौर पर भोजन के बाद पीना बेहतर माना जाता है।

वजन घटाने के लिए कौन-सा बेहतर?

 सौंफ चबाना भूख को कंट्रोल करता है और ज्यादा खाने से बचाता है क्योंकि इसमें फाइबर अधिक होता है। सौंफ का पानी सुबह खाली पेट पीने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और फैट बर्निंग में मदद मिलती है। यानी दोनों ही रूप में यह वेट लॉस में फायदेमंद होता है। वेटलॉस तेजी से करना है, तो सुबह खाली पेट सौंफ का पानी लें और भोजन के बाद थोड़ी सी सौंफ चबाकर खा लें। इनका कॉम्बिनेशन बेस्ट है।

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पाचन के लिए कौन-सा बेहतर? 

तुरंत राहत चाहिए तो सौंफ का पानी पीना सही है, क्योंकि यह पेट की परत को शांत करता है और गैस-एसिडिटी से जल्दी आराम दिलाता है। लंबे समय तक फायदा चाहिए तो सौंफ चबाना बेहतर है, क्योंकि इससे फाइबर की लगातार सप्लाई मिलती है।

डिटॉक्सिफिकेशन के लिए कौन-सा बेहतर? 

सौंफ का पानी डिटॉक्स के लिए ज्यादा असरदार है क्योंकि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और न्यूट्रिएंट्स शरीर में जल्दी अवशोषित होते हैं। यह शरीर से गंदगी और टॉक्सिन्स बाहर निकालता है और लीवर को हेल्दी रखता है।

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