कभी नहीं पीना चाहिए खड़े होकर पानी, जानें क्या होता है नुकसान
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आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपनी पुरानी अच्छी आदतों को भूलते जा रहे हैं और गलत लाइफस्टाइल, खानपान और जंक फ़ूड की वजह से अपनी सेहत खराब कर रहे हैं।
इसके अलावा, अगर हम पानी भी गलत तरीके से पिएं तो यह हमारे लिए नुकसानदेह हो सकता है। क्या आप जानते हैं कि गलत तरीके से पानी पीने से घुटनों में दर्द हो सकता है? यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है।
भले ही आप रोज़ाना 3 लीटर पानी पीते हों, लेकिन अगर आप इसे गलत तरीके से पीते हैं, तो यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। हम में से ज़्यादातर लोग खड़े होकर पानी पीते हैं। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, खड़े होकर पानी पीने से घुटनों और पैरों पर बुरा असर पड़ता है और घुटनों में दर्द भी हो सकता है।
खड़े होकर पानी क्यों नहीं पीना चाहिए?
हम जो भी खाते-पीते हैं, वह ग्रासनली से होते हुए पेट में जाता है और फिर आंतों में पहुँचता है। ऐसे में अगर हम खड़े होकर पानी पीते हैं, तो यह शरीर द्वारा जल्दी अवशोषित हो जाता है और जोड़ों को नुकसान पहुँचा सकता है। लंबे समय तक खड़े होकर पानी पीने से जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है।
इसके अलावा, खड़े होकर पानी पीने से पानी सीधे पेट के निचले हिस्से में जाता है और किडनी पर दबाव डालता है, जिससे किडनी संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए डॉक्टर खड़े होकर पानी पीने से मना करते हैं।
रोज़ कितना पानी पीना चाहिए?
स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बहुत ज़रूरी है। इसलिए हमें रोज़ाना लगभग 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए। इससे ज़्यादा या कम पानी पीने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। जब भी पानी पिएं, आराम से बैठकर पिएं। जल्दी-जल्दी पानी पीने से बचें।
इसके अलावा, खाना खाने से लगभग आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए।
रोज़ सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। इसी तरह रात को सोने से पहले भी एक गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। इससे वज़न कम करने और शरीर से खराब फैट को कम करने में मदद मिलती है।