सार
चलना फीजिकल एक्टिविटी का एक रूप है। यह एक कम प्रभाव वाला एक्सरसाइज है। जिसे मनोरंजन एक्टिविटी के तौर पर अपने डेली के रुटीन में शामिल किया जा सकता है।
हेल्थ डेस्क. वॉक करना यानि की चलना आम तौर पर सभी उम्र और फिटनेस स्तर के लोगों के लिए एक हेल्दी एक्टिविटी माना जाता है। डेली रुटीन में वॉक को शामिल करने से काफी फायदा मिलता है। दिल की फिटनेस में बढ़ोतरी, जोड़ों और मांसपेशियों की ताकत में सुधार, वेट मैनेजमेंट ,हार्ट डिजिज और डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियों का जोखिम कम करना, मूड में सुधार और मेंटल हेल्थ को वॉक करने से फायदा मिलता है।
डायबिटीज वाले व्यक्तियों के लिए वॉक करना खासकर फायदेमंद होता है। रेगुलर फीजिकल एक्टिविटी जैसे चलना, इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद करती है। ब्लड शुगर को कम करती है। वेट लॉस में मदद करती है। तो चलिए बताते हैं हम वॉक करने के 10 लाभ अगर डाबिटीज पेशेंट हर रोज करते हैं तो उन्हें मिलेगा।
1. ब्लड शुगर को नियंत्रित करेगा
पैदल चलना मांसपेशियों में इंसुलिन संवेदनशीलता और ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ाकर ब्लड शुगर के लेबल को कंट्रोल करने में मदद करता है। जिससे ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है।
2. वेट मैनेजमेंट
नियमित रूप से चलने से वजन घटाने या वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है। यह कैलोरी बर्न करता है और हेल्दी वेट बॉडी को देता है। जिससे डायबिटीज वाले लोगों में मोटापे से पैदा होने वाली जटिलताओं का खतरा कम हो जाता है।
3. हार्ट हेल्थ
चलना एक हार्ट एक्सरसाइज है। यह हार्ट को मजबूत बनाता है और सर्कुलेशन में सुधार करता है। यह दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी हार्ट से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करता है। जो डायबिटीज वाले लोगों में ज्यादा होता है।
4. इंसुलिन प्रतिरोध में कमी
पैदल चलने से इंसुलिन की क्रिया में सुधार होता है, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध कम होता है। इससे इंसुलिन की आवश्यकता कम हो सकती है और डायबिटीज को रोकने में मदद मिलती है।
5. लो ब्लड प्रेशर
नियमित रूप से वॉक करने से ब्लड प्रेशर के लेबल को कम करने में मदद मिल सकती है। यह डायबिटीज वाले लोगों के लिए खासकर फायदेमंद है। जिन्हें अक्सर ब्लड प्रेशर होता है। हार्ट से जुड़ी समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है।
6. कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार
पैदल यानी वॉक करने से अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। जबकि खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है। डायबिटीज पेशें के लिए हार्ट से जुड़ी समस्याओं को रोकने के लिए अच्छा कोलेस्ट्रॉल के लेबल को बनाए रखना जरूरी होता है।
7. बेहतर मूड और मेंटल हेल्थ
चलने से एंडोर्फिन का स्राव उत्तेजित होता है, जो मूड में सुधार कर सकता है और तनाव और चिंता को कम कर सकता है। यह अवसाद के लक्षणों को भी कम कर सकता है, जो डायबिटीज वाले व्यक्तियों में आम हो सकता है।
8. एनर्जी लेबल में बढ़ोतरी
नियमित रूप से चलने से संपूर्ण फिटनेस में सुधार हो सकता है। एनर्जी का लेबल बढ़ सकता है। यह डायबिटीज पेशेंट के अक्सर अनुभव की जाने वाली थकान से मुकाबला कर सकता है और अधिक एक्टिव लाइफस्टाइल को बढ़ावा दे सकता है।
9. जोड़ों के हेल्थ में सुधार
चलना एक कम प्रभाव वाला व्यायाम है जो जोड़ों के लचीलेपन और मजबूती को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह डायबिटीज वाले व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकता है जो गठिया जैसी स्थितियों से भी पीड़ित हैं।
10. नींद के पैटर्न को बढ़ावा देता है
पैदल चलना सामाजिक संपर्क और प्रकृति के साथ जुड़ाव का अवसर प्रदान करता है । जिससे पूरे शरीर को फायदा पहुंचता है। यह बेहतर नींद के पैटर्न को भी बढ़ावा दे सकता है, जिससे डायबिटीज वाले लोगों के हेल्थ में सुधार होता है।
और पढ़ें:
सर्दियों में 1 हरी मिर्च रोज खाने से कई बीमारियां रहेंगी दूर
पीरियड्स के दौरान हो रही है ज्यादा ब्लीडिंग और दर्द, तो ना करें इग्नोर...हो सकती है मौत