सार
Yoga For Healthy Heart: हृदय रोग के जोखिम लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में आज हम आपके साथ कुछ सबसे आसान योगा टिप्स शेयर कर रहे हैं, जिससे आप अपने दिल का ख्याल रख सकते हैं।
हेल्थ डेस्क : हार्ट यानी दिल हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। यह शरीर के ब्लड को पंप करने का काम करता है और इससे दिल हेल्दी रहता है। मॉर्डन लाइफस्टाइल में खराब आदतों की वजह से दिल की सेहत पर काफी बुरा असर पड़ रहा है। जिसकी वजह से हार्ट फेलियर, स्ट्रोक और हार्ट अटैक के काफी मामले देखने को मिलते हैं। पिछले 2-3 सालों में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। भारत में पुरुषों और महिलाओं दोनों में हृदय संबंधी मृत्यु दर में बड़े रीजनल अंतर हैं। दक्षिण भारतीय राज्यों, पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राज्यों और पंजाब में पुरुषों और महिलाओं दोनों में मृत्यु दर सबसे अधिक है, जबकि मध्य भारतीय राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में मृत्यु दर सबसे कम है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कई योगासन शरीर की ताकत और लचीलेपन को बढ़ाने में मदद करते हैं। इन्हें दिल की सेहत के लिए बेहतरीन माना जाता है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही बेहतरीन योगा टिप्स दे रहे हैं जो कि आपके दिल का ख्यान रखने में मददगार है।
क्लेपिंग थेरेपी
क्लेपिंग थेरेपी निराशा की स्थिति से उबरने के लिए असरदार थेरेपी है। हृदय और फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं, अस्थमा के इलाज में यह थेरेपी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस तकनीक का उपयोग करने वाले लोगों का मानना है कि शरीर पर दबाव डालने से आपकी एनर्जी में संतुलन पैदा हो सकता है और दर्द का इलाज हो सकता है। ताली बजाने से न सिर्फ शरीर को फायदा पहुंचता है बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी मजबूती मिलती है। क्योंकि ये आपकी ऊर्जा चक्र को सक्रिय करता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है।
टैपिंग थेरेपी (How to practice tapping therapy)
इसे प्रोग्रेसिव मस्कुलर थेरेपी भी कहते है। जिसे पूरे शरीर पर करना बेहतर माना जाता है। एक्यूप्रेशर के समान टैपिंग थेरेपी में भी बॉडी के प्वाइंटस को प्रैस या टैप किया जाता है। ऐसा करने से आपकी बॉडी के प्वाइंटस में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है। ब्लड फ्लो बढ़ने से शरीर में हार्ट हेल्थ शानदार रहती है।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
अनुलोम-विलोम बेहतर ऑक्सीजन आपूर्ति के साथ रक्त को शुद्ध करने और किसी भी रुकावट को दूर करने में मदद करता है। यह, बदले में, रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे किसी भी हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। इतना ही नहीं हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए अनुलोम-विलोम योगासन फायदेमंद है। इसकी मदद से कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है। साथ ही कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। रोजाना सुबह 10 मिनट तक अनुलोम-विलोम करने से दिल स्वस्थ रहता है।
भ्रामरी प्राणायाम
कम ही लोग जानते हैं कि भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास मन को शांत करने के अलावा रक्तचाप को कम करता है और आवश्यक उच्च रक्तचाप वाले रोगियों में प्रतिक्रिया समय में सुधार करता है। इसे करने से आपके शरीर में पॉजिटिव वाइब्रेशंस का संचार होता है। इससे ओवर-थिंकिंग, एंज़ायटी और आत्मविश्वास में कमी जैसी कई परेशानियों से निजात मिलता है। आप किसी शांत वातावरण में बैठ कर इस प्राणायाम को 15 मिनट तक करें।
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