सार

नीलकंठ और मोर की तस्वीरें घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा, सुख-समृद्धि और वास्तु दोष निवारण होता है। जानें इन तस्वीरों को लगाने की सही दिशा और फायदे।

लोग अपने घर को सजाने और वास्तु दोष को दूर करने के लिए कई सारी चीजों का इस्तेमाल करते हैं। घर में ऐसी कई चीजें हैं, जिसे रखने से न सिर्फ घर की सुंदरता बढ़ती है,  बल्कि इससे घर की वास्तु दोष भी दूर होते हैं।  भारतीय वास्तु शास्त्र में नीलकंठ (Indian Roller Bird) और मोर को शुभ और सकारात्मकता बढ़ाने वाला माना गया है। इनके चित्र घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-शांति बढ़ती है। 

नीलकंठ की तस्वीर लगाने के फायदे

शुभता और सकारात्मक ऊर्जा:

नीलकंठ भगवान शिव का प्रिय पक्षी है। इसकी उपस्थिति घर में सकारात्मक ऊर्जा और शुभता लाती है।

नकारात्मक ऊर्जा का नाश:

यह तस्वीर नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करती है और घर में शांति बनाए रखती है।

धन और समृद्धि:

घर में नीलकंठ की तस्वीर लगाने से धन संबंधी समस्याएं कम होती हैं।

मानसिक शांति:

इसे ध्यान कक्ष या पूजा स्थान पर रखने से मन को शांति मिलती है।

संकटों से बचाव:

नीलकंठ को घर में रखने से अचानक आने वाले संकटों से बचाव होता है।

इसे भी पढ़ें: सुख-समृद्धि का राज! पूजा रूम को इस खास रंग से पेंट करें और बदलें किस्मत

मोर की तस्वीर लगाने के फायदे

सौंदर्य और शांति का प्रतीक:

मोर की तस्वीर घर में सुंदरता और शांति का माहौल बनाती है।

वास्तुदोष का निवारण:

इसे घर में लगाने से वास्तुदोष दूर होते हैं और परिवार में संतुलन बना रहता है।

सकारात्मकता और खुशियां:

मोर का चित्र खुशी और सुख-समृद्धि का प्रतीक है।

स्वास्थ्य में सुधार:

यह तस्वीर घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलाकर स्वास्थ्य में सुधार करती है।

गृह कलह का निवारण:

मोर का चित्र पति-पत्नी के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ाता है।

धार्मिक महत्व:

मोर भगवान कृष्ण और कार्तिकेय का वाहन है, इसलिए यह धार्मिक आस्था को भी मजबूत करता है।

नीलकंठ और मोर की तस्वीर लगाने की सही दिशा

नीलकंठ:

उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण):

सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए इसे पूजा कक्ष या घर के उत्तर-पूर्व कोने में लगाएं।

बैठक कक्ष:

इसे लिविंग रूम की उत्तर दिशा में लगाने से घर में शांति और समृद्धि आती है।

मोर:

दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्नि कोण):

यह दिशा रिश्तों और प्रेम को मजबूत करती है।

उत्तर दिशा:

यह दिशा मानसिक शांति और सौभाग्य बढ़ाने के लिए उपयुक्त है।

बेडरूम या बैठक कक्ष:

पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ाने के लिए इसे बेडरूम की दक्षिण-पूर्व दीवार पर लगाएं।

इसे भी पढ़ें: मंदिर नहीं घर के इस दिशा में रखें कुबेर मूर्ति, धन-संपदा इतनी कि यकीन नहीं होगा!

सावधानियां

क्षतिग्रस्त तस्वीर न लगाएं:

तस्वीर पुरानी, धुंधली, या क्षतिग्रस्त नहीं होनी चाहिए।

सही स्थान चुनें:

इन्हें बाथरूम, रसोई या सीढ़ियों के पास न लगाएं।

सफाई का ध्यान रखें:

नियमित रूप से तस्वीर को साफ रखें ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।