Relationship Tips: प्रेमानंद महाराज के अनुसार, दुनिया में ज़्यादातर प्यार स्वार्थ पर आधारित होता है। रिश्तों में समय, साथ और भावनाओं की कद्र न करने से दूरियां आती हैं। सच्चा सहारा सिर्फ भगवान के प्यार में ही मिल सकता है।

Premanand Maharaj Relationship Tips: किसी भी रिश्ते में एक-दूसरे को समझना बहुत जरूरी है। माना जाता है कि रिश्ता बनाना आसान है, लेकिन उसे निभाना बहुत मुश्किल है। जब हम किसी रिश्ते में होते हैं, तो अपने पार्टनर की छोटी-बड़ी जरूरतों पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है, क्योंकि इससे रिश्ता मजबूत होता है। अगर ऐसा नहीं होता, तो साथ रहते हुए भी हम अपने पार्टनर से दूर महसूस करने लगते हैं। अगर आप भी ऐसा महसूस कर रहे हैं, तो जानिए प्रेमानंद महाराज इस बारे में क्या कहते हैं।

प्रेमानंद महाराज क्या कहते हैं?

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि अगर कोई हमें धोखा दे रहा है, तो वह हम पर बहुत बड़ा एहसान कर रहा है, क्योंकि हमें यह समझ आ गया है कि दुनिया का प्यार झूठा है, यहां सब धोखेबाज हैं। जब तक उनका स्वार्थ पूरा नहीं हो जाता और उन्हें आपसे बेहतर कोई नहीं मिल जाता, तब तक वे आपके साथ रहेंगे। जिस दिन उनका स्वार्थ खत्म हो जाएगा और उन्हें आपसे बेहतर कोई मिल जाएगा, वे आपको छोड़कर चले जाएंगे।

महाराज जी समझाते हैं कि जिस दिन आप किसी के लिए बेकार हो जाएंगे, और आप बड़ी मुसीबत में फंस जाएंगे, तो आपको कोई सहारा देने वाला नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम इसे अच्छा मानते हैं कि हम इस दुनिया में प्यार करते हैं, लेकिन कोई हमसे प्यार नहीं करता। मैं उस रास्ते पर चलूंगा जो हमसे प्यार कर सके – वह भगवान हैं। इसीलिए मीरा जी ने बचपन से जो तय किया था, वह सच है।

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कैसे पहचानें कि आपका पार्टनर आपकी भावनाओं की कद्र नहीं करता?

वे आपको समय नहीं देते – अगर आपका पार्टनर आपको समय नहीं देता, तो समझ लें कि वे आपकी भावनाओं को नहीं समझते। रिश्ते में समय न देना उसे कमज़ोर कर सकता है।

क-दूसरे का साथ न देना - किसी भी रिश्ते में एक-दूसरे का साथ देना बहुत ज़रूरी है। अगर आपका पार्टनर आपका साथ नहीं देता, तो हो सकता है कि वे आपकी भावनाओं की कद्र नहीं करते।

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