Negativity Relationship: यह आर्टिकल एक 35 साल की महिला की कहानी पर आधारित है, जो अपने पार्टनर के लगातार गुस्से और नेगेटिव व्यवहार से मानसिक रूप से थक चुकी है। यह कहानी बताती है कि ऐसे चेतावनी भरे संकेतों को नजरअंदाज करना खतरनाक क्यों हो सकता है।

Partner Gets Angry Easily: यह कहानी एक 35 साल की महिला और उसके 36 साल के पार्टनर की है, जो पिछले दो सालों से रिलेशनशिप में हैं। शुरू में, रिश्ता नॉर्मल था, लेकिन पिछले एक साल से महिला को लगातार लग रहा है कि उसका पार्टनर लगभग हर चीज को नेगेटिव तरीके से देखता है। शॉपिंग, गेम खेलना, घर के काम करना, या रोजमर्रा की जिम्मेदारियां-सब कुछ उसके लिए स्ट्रेस, चिड़चिड़ापन और गुस्से का कारण बन जाता है। महिला अब कन्फ्यूज है कि क्या वह ज्यादा रिएक्ट कर रही है या यह रिश्ता सच में उसे मानसिक रूप से थका रहा है।

रोजमर्रा की जिंदगी में नेगेटिविटी कैसे दिखती है

इस रिश्ते में नेगेटिविटी सिर्फ एक बड़ी लड़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनकी रोजाना की जिंदगी का हिस्सा बन गई है। अगर वे शॉपिंग करने जाते हैं, तो पार्टनर पहले से ही समय, भीड़ और थकान के बारे में शिकायत करना शुरू कर देता है। स्टोर में जोर से आहें भरना, जल्दी करने का दबाव डालना, और स्ट्रेस वाला माहौल बनाना आम बात हो गई है। महिला को लगता है कि कोई भी प्लान बनाने से पहले उसे अपने पार्टनर के संभावित गुस्से का अंदाजा लगाना पड़ता है।

गुस्सा, ताने, और इज्जत की कमी

दोनों गेमर हैं, लेकिन साथ में गेम खेलना भी मजे के बजाय स्ट्रेस का कारण बन गया है। गेम के दौरान, पार्टनर का चिल्लाना, ताने मारना, और गाली-गलौज करना महिला के आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाता है। इसी तरह, छोटी-मोटी बातें जैसे ग्रोसरी ऑर्डर में डिटर्जेंट भूल जाना या कपड़े सूखने में ज्यादा समय लगना, उसके गुस्से को भड़का देती हैं। "तुम कभी नहीं सुनती," जैसे वाक्य बार-बार दोहराए जाते हैं, जिससे महिला को लगातार दोषी महसूस होता है।

क्या यह सिर्फ गुस्सा है या इमोशनल थकावट का संकेत?

महिला को अब ऐसा लगता है कि वह “अंडे के छिलकों पर चल रही है”-अपने पार्टनर को नाराज होने से बचाने के लिए उसे हर कदम बहुत सावधानी से उठाना पड़ता है। यह स्थिति धीरे-धीरे इमोशनल थकावट, एंग्जायटी और खुद पर शक की ओर ले जा रही है। सवाल यह नहीं है कि क्या वह ज़्यादा रिएक्ट कर रही है, बल्कि यह है कि क्या वह इस रिश्ते में सुरक्षित, सम्मानित और शांति महसूस करती है। लगातार नेगेटिविटी और गुस्सा एक रेड फ्लैग हो सकता है, खासकर जब चिल्लाना और इल्ज़ाम लगाना बातचीत की जगह ले लें।

ये भी पढ़ें- हर असहमति पर Silent Treatment, क्या ऐसे बच सकता है माता-पिता से रिश्ता?

क्या है लोगों की राय

लोगों ने अपनी राय देते हुए कहा कि तुम ऐसे इंसान को डेट क्यों कर रही हो जो तुम्हें पसंद नहीं करता? दूसरे यूजर ने कहा कि लड़की, तुम 30s के बीच में हो... मुझे लगता है कि तुम्हें पता है कि तुम ओवररिएक्ट नहीं कर रही हो, है ना? एक अन्य यूजर कहा छोड़ दो, यह और खराब होगा, डर-डर के जीना और अच्छे पलों के लिए रुके रहना, जीने का बहुत बुरा तरीका है। मैं भी कुछ ऐसा ही झेल रही हूं। जैसे ही मेरे पास जाने के लिए पैसे आ जाएंगे, मैं चली जाऊंगी। जिंदगी बहुत छोटी है, किसी और की परेशानी की वजह से दुखी होने के लिए।

ये भी पढे़ं- Relationship Problems: 5 साल का रिश्ता फिर भी एक किस से पहले क्यों सोचना पड़ता है सौ बार?