Dating trend: घोस्टिंग और गैसलाइटिंग के बाद अब डेटिंग की दुनिया में एक नया और खतरनाक ट्रेंड सामने आया है, जिसे 'घोस्टलाइटिंग' (Ghostlighting) कहा जाता है। यह एक बेहद जहरीला व्यवहार है, आइए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी। 

What is Ghostlighting: आज के डिजिटल और ऑनलाइन डेटिंग युग में, लव रिलेशनशिप पहले की तुलना में बहुत ज्यादा जटिल हो गए हैं। पहले हमनें घोस्टिंग (Ghosting) और गैसलाइटिंग (Gaslighting) जैसी बातें सुनीं, लेकिन अब एक और खतरनाक टेंडेंसी सामने आई है, जिसे घोस्टलाइटिंग कहते हैं। यह सिर्फ एक ब्रेकअप नहीं, बल्कि इमोशनल मनमानी का कॉम्बिनेशन है, जो आपको टूटने पर मजबूर कर सकता है।

Ghostlighting क्या है?

घोस्टलाइटिंग एक तरह का ब्रेकअप टर्म है। जिसमें सामने वाला आपसे अचानक कम्युनिकेशन बंद कर देता है, वो बिना स्पष्टीकरण के। इतना ही नहीं यह आपके उस रिश्ते को झुठलाता भी जिसमें आप कभी उसके साथ थे। यानी जब कोई अचानक गायब होता है और फिर लौटता है, तो वो मना कर देता है कि उसका आपके साथ किसी तरह का प्रेम संबंध था। 

Ghostlighting के संकेत

  • अचानक बातचीत बंद होना और फिर वापस आने पर जवाब देते समय शिकायत झेलना, 'जैसे आप बहुत ज्यादा इमोशनल हो।'
  • सामने वाला कहेगा, 'मैंने कभी घोस्ट (Ghost) नहीं किया, तुमने किया।'
  • बातचीत के दौरान खुद को पीड़ित या निर्दोष दिखाना।
  • याददाश्त खराब हो जाने का दावा, जैसे कि कोई घटना पहले हुई ही न हो।

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Ghostlighting इतना खतरनाक क्यों है?

घोस्टलाइटिंग सिर्फ पीड़ादायक नहीं, बल्कि धैर्य और आत्मसम्मान को खोखला कर देने वाला होता है। ऐसा लगता है जैसे आपके लिए ही सब रचा गया था। इसका असर लंबे समय तक मेंटल हेल्थ पर पड़ता है।

घोस्टिंग और घोस्टलाइटिंग में अंतर क्या है?

जहां घोस्टिंग का मतलब है बिना किसी कारण बताए अचानक गायब हो जाना, वहीं घोस्टलाइटिंग में किसी इंसान को इस हद तक मेंटल रूप से प्रभावित करना कि वह अपनी सोच और हकीकत पर शक करने लगे। नेशनल डोमेस्टिक वायलेंस हॉटलाइन गैसलाइटिंग को भावनात्मक शोषण का बेहद खतरनाक रूप मानता है, जो व्यक्ति की आत्मविश्वास और वास्तविकता को समझने की क्षमता को तोड़ देता है।

घोस्टलाइटिंग से कैसे निपटें?

  • अपनी भावनाओं पर भरोसा रखें और किसी की छवि या यादों को दबाने ना दें।
  • अगर कोई जवाबदेही से इनकार करता है, तो उसकी उपलब्धि पहचानें और दूरी बनाएं।
  • दोस्त, परिवार या मानसिक चिकित्सा विशेषज्ञ की मदद लें।
  • खुद का सम्मान प्राथमिकता रखें-यह याद रखें कि उनकी असावधानी आपकी कमजोरी नहीं है।

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