इतिहास अब सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं दिल्लीवासियों और पर्यटकों के लिए ये एक रेयर चांस है भारत की समृद्ध मुगलकालीन विरासत को नजदीक से देखने का। तो अगली बार जब आप वीकेंड प्लान करें, तो शालीमार बाग का शीश महल जरूर जाएं!
Sheesh Mahal Tourist Visiting Details: मुगल शासन की कई पीढ़ियों ने पूरे भारत पर राज किया। दिल्ली में लंबे समय तक रहने के कारण मुगल कला और उनके द्वारा बनाई गई कई एतिहासिक धरोहर दिल्ली में मौजूद हैं। इन्ही में से एक दिल्ली के शालीमार बाग में स्थित ऐतिहासिक शीश महल (Sheesh Mahal) है। शीशमहल आखिरकार 370 साल बाद आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। यह महल मुगल काल की वास्तुकला का ऐसा चमत्कार है, जिसकी दीवारों पर लगे शीशों में इतिहास खुद को देखता है। कभी मुगल बादशाहों की खास महफिलों का गवाह रहा ये शीश महल, एक बार फिर पर्यटकों के स्वागत को तैयार है।
शीश महल क्यों बंद हुआ था? (Why was Sheesh Mahal closed?)
करीब 370 साल पहले बना यह महल लंबे समय तक सरकारी उपेक्षा, रख-रखाव की कमी और क्षति की वजह से आम जनता के लिए बंद था। समय के साथ दीवारों की सजावट ढहने लगी और आंतरिक संरचना कमजोर होती गई। संरक्षण कार्यों के अभाव में यह ऐतिहासिक स्थल गुमनामी में चला गया। लेकिन अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की देखरेख में इसे दोबारा संवारकर जनता के लिए खोल दिया गया है।
शालीमार बाग का शीश महल: क्या है इसकी खासियत? (What is special about the Sheesh Mahal of Shalimar Bagh?)
निर्माण काल:
1650 ईस्वी के आसपास मुगल बादशाह शाहजहां के शासनकाल में इसकी नींव रखी गई थी।
आंतरिक सजावट:
महल की दीवारें और छत बारीक शीशों और फूलों की नक्काशी से बनी हुई हैं। इसमें ईरानी और मुगल कला का मेल देखने को मिलता है।
खास कमरा:
कहा जाता है कि इसमें एक ऐसा कमरा था जहां दीये या मोमबत्ती जलाने पर रोशनी सैकड़ों शीशों में बिखरकर पूरे कमरे में उजाला कर दिती थी, जो देखने में अद्भुत लगता था।
इतिहास से जुड़ा किस्सा:
औरंगजेब की ताजपोशी की एक रस्मी प्रक्रिया भी यहीं शीश महल में संपन्न हुई थी।
शालीमार बाग स्थित शीश महल कैसे पहुंचे? (How to Reach Sheesh Mahal)
कहां है शीश महल?
शालीमार बाग, उत्तर-पश्चिम दिल्ली।
नियरेस्ट मेट्रो स्टेशन:
शालीमार बाग (Pink Line) या आजादपुर (Yellow Line)
टाइमिंग:
सुबह 11:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक
एंट्री फीस:
फिलहाल फ्री एंट्री, लेकिन भविष्य में टिकट सिस्टम लागू हो सकता है।
अब क्यों जाएं शीश महल? (Why Should We Go to Sheesh Mahal Now?)
- मुगल इतिहास को सजीव अनुभव करने का सुनहरा मौका।
- सेल्फी, रील और फोटोग्राफी के लिए खूबसूरत स्पॉट।
- शांति से भरे बगीचे में स्थित आर्किटेक्चरल ज्वेल ब्यूटी।
- बच्चों और स्टूडेंट के लिए एजुकेशनल एक्सपीरियंस।
