सार
नर्सिंग की छात्रा ने एक दलित युवक से शादी की तो उसके घरवालों ने नर्मदा में स्नान कराकर उसका शुद्धिकरण करवाया, उसके बाल काटे, यहां तक कि उसने जो कपड़े पहने थे उसे भी वहीं फेंक दिया।
बैतूल : मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के बैतूल (Betul) में समाज का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। यहां के चोपाना थाना क्षेत्र में नर्सिंग की छात्रा ने एक दलित युवक से शादी की तो उसके घरवालों ने नर्मदा में स्नान कराकर उसका शुद्धिकरण करवाया, उसके बाल काटे, यहां तक कि उसने जो कपड़े पहने थे उसे भी वहीं फेंक दिया। अब लड़की ने पुलिस से पिता सहित परिवार वालों से बचाने की गुहार लगाई है। कपल ने ऑनर किलिंग के डर से पुलिस से सुरक्षा की मांग भी की है। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
एक साल पहले की थी शादी
पीड़िता छात्रा की उम्र 24 साल है। बैतूल के टिकारी इलाके में रहने वाले 27 साल के दलित युवक से उसे प्यार हो गया। 11 मार्च 2020 को युवक और उसने आर्य समाज में लव मैरिज कर ली, लेकिन जब इस शादी की जानकारी लड़की के घरवालों को लगा तो उन्होंने पुलिस की मदद से उसे ससुराल से वापस बुला लिया। इसके बाद उसे राजगढ़ (Rajgarh) में पढ़ने भेज दिया। अभी वह हॉस्टल में रहती है। 28 अक्टूबर को वह हॉस्टल से भागकर पति के पास बैतूल पहुंची।
शुद्धिकरण करवाया, बाल कटवाए
लड़की ने परिवार वालों पर आरोप लगाते हुए बताया है कि शादी के बाद जब मायके वालों ने उसे वापस घर बुलाया तो 18 अगस्त को उसके पिता ने नर्मदा नदी पर ले जाकर 4 लोगों के सामने अर्धनग्न कर उसका शुद्धिकरण करवाया। नदी में डुबकी लगवाई, उसे जूठी पूड़ी भी खिलवाई गई। इतना ही नहीं उसके बाल तक काटे गए और शरीर पर पहने कपड़े वहीं फिंकवा दिए गए। ऐसा दलित युवक के साथ शादी करने के बाद शुद्धिकरण के लिए किया गया।
लड़की पर दबाव बना रहा परिवार
पीड़िता के मुताबिक, शादी के बाद से ही मायके पक्ष से उसे जान से मारने की धमकी मिल रही है। शादी के बाद उसके पिता ने 10 जनवरी को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट चोपना थाने में दर्ज करवाई। जिस पर थाने के तीन पुलिसकर्मी उसे जबरदस्ती ससुराल से चोपना थाने ले आए। जहां उससे कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर मायके छुड़वा दिया। अब उस पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने पति को तलाक देकर अपनी जाति के किसी लड़के से शादी कर ले। पीड़िता ने पुलिस पर भी उसके पिता से मिले होने का आरोप लगाया है, जबकि उसके पति ने उनकी ऑनर किलिंग करवाए जाने की आशंका जताई है।
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हमारे पास अधिकार
लड़की का कहना है कि संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत राइट टू लाइफ मेरा मौलिक अधिकार है, जिसके तहत पसंद का अधिकार भी मेरा मौलिक अधिकार है। मैंने समाज की रुढ़िवादी, जातिवादी मानसिकता से ऊपर उठकर अपने मौलिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए शादी की है। मैं विवाह से खुश हूं, हम दोनों खुशी से अपनी लाइफ चलाने को तैयार हैं, लेकिन मेरे परिवार के सदस्य लगातार मुझे और पति के परिवार को डरा-धमका रहे हैं।
पुलिस का क्या कहना है
पीड़ित लड़की का कहना है कि शादी के बाद उसने एसपी, थाना प्रभारी कोतवाली बैतूल को परिवार वालों के खिलाफ एक लिखित आवेदन दिया, लेकिन उस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, पूरे मामले में महिला सेल की प्रभारी DSP पल्लवी गौर का कहना है कि युवती अभी उनसे मिल नहीं सकी है। वह मामले को दिखवा रही हैं। युवती यादव जाति की है।
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