सार

लॉकडाउन में नियमों की पालन भी किया और शादी भी कर ली। महज 10 लोग शादी में मौजूद रहे, दूल्हा-दुल्हन ने हाथों को सैनिटाइज करके सात फेरे लिए। लेकिन, जब दुल्हन के विदाई का वक्त आया तो मां ने बेटी के चेहरे पर मास्क लगाकर विदा किया।
 

भोपाल. लॉकडाउन में नियमों का पालन भी किया और शादी भी कर ली। महज 10 लोग शादी में मौजूद रहे, दूल्हा-दुल्हन ने हाथों को सैनिटाइज करके सात फेरे लिए। लेकिन, जब दुल्हन के विदाई का वक्त आया तो मां ने बेटी के चेहरे पर मास्क लगाकर विदा किया।

ना बैंड-बाजा ना ही बारात और हो गईं 50 शादियां
दरअसल, राजधानी भोपाल में अक्षय तृतीया के मौके पर करीब 50 शादियां हुईं। जहां ना तो बैंड-बाजा था और ना ही कोई बारात लगी। इन सभी शादियों में सिर्फ वही लोग शामिल हुए, जिनकी प्रशासन से अनुमति मिली थी। ऐसी ही एक शादी रविवार को शहर के संजय नगर में हुई थी, जहां दोनों परिवारों के सिर्फ 10 लोग ही शामिल हुए थे।

विदाई के समय मां ने बेटी को दी यह समझाइश
दूल्हा-दुल्हन के अलावा सभी मेहमान अपने मुंह पर मास्क लगाए थे। सब लोग अपनी जेब में एक-एक सैनेटाइजर की बोतल भी रखे हुए थे। पंडितजी और जोड़े को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन के लिए दूर-दूर बैठाया गया था। जब विदाई होने लगी तो दुल्हन की मां ने बेटी को समझाइश दी की बेटी ससुराल में हमेशा चेहरे पर मास्क लगाए रखना, क्योंकि जान से बढ़कर कुछ नहीं है। आधे घंटे के अंतर से अपने हाथ धोते रहना।