सार
उमा भारती ने ट्वीट कर कहा-कोरोना काल के लॉकडाउन के समय पर लगभग शराबबंदी की स्थिति रही इससे यह तथ्य स्पष्ट हो गया है कि अन्य कारणों एवं कोरोना से लोगों की मृत्यु हुई किंतु शराब नहीं पीने से कोई नहीं मरा।
भोपाल. पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मध्य प्रदेश के अवैध शराब कारोबार के बीच एक नई डिमांड रख दी है। उन्होने शराबबंदी की वकालत करते हुए पहले तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। कहा कि बिहार की महिलाओं ने शराबंदी के चलते ही उन्हें वोट दिया है। इसके अलावा उमा भारती ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील हुए बीजेपी शासित राज्यों में पूर्ण शराबबंदी की मांग की है।
कभी शराब नहीं पीने से कोई नहीं मरा
उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने के बारे में सरकार ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह वक्तव्य अभिनंदनीय है। कोरोना काल के लॉकडाउन के समय पर लगभग शराबबंदी की स्थिति रही इससे यह तथ्य स्पष्ट हो गया है कि अन्य कारणों एवं कोरोना से लोगों की मृत्यु हुई किंतु शराब नहीं पीने से कोई नहीं मरा।
शराब से दुष्कर्म जैसी भयावह घटनाएं होती हैं
उमा भारती ने कहा कि राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने का दबाव रहता है बिहार की भाजपा की जीत यह साबित करती है कि शराबबंदी के कारण ही महिलाओं ने एकतरफा वोट नीतीश कुमार जी को दिये। उन्होंने आगे लिखा कि शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है शराब बंदी से राजस्व को हुई क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है किंतु शराब के नशे में बलात्कार, हत्याएं, दुर्घटनाएं छोटी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भयावह हैं तथा देश एवं समाज के लिए कलंक है।
BJP अध्यक्ष नड्डा से की यह अपील
उन्होंने लिखा कि मैं तो अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जी से इस ट्वीट के माध्यम से सार्वजनिक अपील करती हूं कि जहां भी भाजपा की सरकारें हैं उन राज्यों में पूर्ण शराबबंदी की तैयारी करिए। साथ ही कहा कि कानून व्यवस्था को मेंटेन करने के लिए हजारों करोड़ रूपये खर्च होते हैं समाज में संतुलन बनाए रखने के लिए शराबबंदी एक महत्वपूर्ण कदम है इस पर एक डिबेट शुरू की जा सकती है।
शराब मृत्यु का दूत है फिर भी थोड़े से राजस्व का लालच
अभी हाल में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई सड़क दुर्घटनाओं के अधिकतर कारण तो ड्राइवर का शराब पीना ही होता है यहबड़े आश्चर्य की बात है कि शराब मृत्यु का दूत है फिर भी थोड़े से राजस्व का लालच एवं शराब माफिया का दबाव शराबबंदी नहीं होने देता है।