सार

मध्यप्रदेश के रीवा से भाजपा सांसद ने बुधवार को सियासत चमकाने का फॉर्मूला बताया। उन्होंने कहा कि एक समय कलेक्टर को तमाचा मार देने से सियासत चमक जाती थी। यह दो तीन साल तक चमकती थी।  

भोपाल। 'पीएम मोदी की दाढ़ी से पीएम आवास (PM Awas) के मकान निकलते हैं।' कुछ समय पहले इस बयान को लेकर चर्चा में आए रीवा के भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा (BJP MP Janardan Mishra) एक बार फिर चर्चा में हैं। बुधवार को रीवा (Rewa) में एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को सियासी दांवपेंच सिखाए। कहा- कलेक्टर को 'तमाचा' मारने से राजनीति चमक जाती है।

हम हमेशा कलेक्टर को मारने का इंतजार करते थे
सांसद ने कहा कि हम हमेशा कलेक्टर को मारने का इंतजार करते थे। हमारा यही काम रहता था। एक बार तमाचा मार दो तो एक- दो साल तक राजनीति चमक जाती थी। हमें ऐसा करने का मौका भी मिल जाता था। कभी किसी कलेक्टर को चांटा मार देना, किसी का कॉलर पकड़ लेना।

हालांकि, सांसद ने जो संस्मरण सुनाए हैं, वो 30 साल से भी ज्यादा पुराने हैं। मिश्रा कहते हैं कि पहले गाली-गलौज करना और अधिकारियों से भिड़ जाना आम बात होती थी। वह बताते हैं कि उन्हें 4-5 मामले याद हैं, जिनमें कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी जैसे अफसरों से भिड़ंत हुई। हालांकि, उन्होंने अधिकारियों का नाम नहीं बताया। वे बताते हैं कि इसके चलते उन्हें जेल तक जाना पड़ा। 

एसपी से लिया था अभद्रता का बदला
मिश्रा सोशलिस्ट पार्टी में भी रहे। उनकी एक घटना काफी चर्चित हुई थी, जब वे अपने राजनीतिक गुरु यमुना प्रसाद शास्त्री के साथ एक आंदोलन में थे। उस समय तत्कालीन एसपी ने शास्त्री से अभद्रता कर दी, जिसके बाद मिश्रा ने तत्काल एसपी से बदला लिया। 1995 में वे भाजपा में आ गए। बताते हैं कि अब उतना उग्र स्वभाव नहीं रहा। अब जनहित के मुद्दों की लड़ाई के तरीके भी बदल गए हैं।  
 
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चर्चा में रहे मिश्रा के ये विवादित बयान
- कोई सरपंच 15 लाख रुपए तक का भ्रष्टाचार करता है तो उसकी शिकायत नहीं करनी चाहिए।  
- प्रधानमंत्री आवास पीएम मोदी की दाढ़ी से निकलते हैं। मोदी की दाढ़ी में घर ही घर हैं। एक बार हिलाते हैं तो 50 लाख, दूसरी बार मटकाते हैं तो एक करोड़।  
- महिलाएं और युवतियां नशा करती हैं तो फिर शराब बिक्री करने में क्या हर्ज है। 16 साल की बच्चियां कोरेक्स और नशीली गोलियों का सेवन कर रही हैं।
- अगर कांग्रेस या पुलिस का कोई व्यक्ति किसानों से वसूली करने आएगा तो उसका हाथ तोड़ देंगे। उसका गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
मिश्रा एक बार तत्कालीन निगम आयुक्त और आईएएस अधिकारी को जिंदा गाड़ने की धमकी दे चुके हैं। उन्होंने जनता से कहा था कि यदि मैं वहां नहीं हूं तो आप लोग ऐसा कर देना।

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