सार

ये दो तस्वीरें लॉकडाउन के दौरान हेयर कटिंग सैलून बंद होने से पैदा हुई परेशानी को दिखाती हैं। लंबे समय से बाल नहीं कटवा पाने के कारण लोग परेशान हैं। लंबे बालों में लोग उन्हें पहचान नहीं पा रहे। वहीं, उनकी देखभाल करना भी दिक्कत का काम है। ऐसे में अब महिलाएं अपने पति या बच्चों की मदद के लिए आगे आई हैं। वे खुद नाई बन गई हैं।
 

श्योपुर, मध्य प्रदेश. ऐसी बीमारी लोगों ने पहली बार देखी है कि सबकुछ बंद हो गया है। लोगों को घरों में रहना पड़ रहा है। ये दो तस्वीरें लॉकडाउन के दौरान हेयर कटिंग सैलून बंद होने से पैदा हुई परेशानी को दिखाती हैं। लंबे समय से बाल नहीं कटवा पाने के कारण लोग परेशान हैं। लंबे बालों में लोग उन्हें पहचान नहीं पा रहे। वहीं, उनकी देखभाल करना भी दिक्कत का काम है। ऐसे में अब महिलाएं अपने पति या बच्चों की मदद के लिए आगे आई हैं। वे खुद नाई बन गई हैं।


पहले पतिदेव झिझके, फिर तैयार हो गए..
यह हैं टोड़ी बाजार में रहने वाली समाजसेविका ममता मित्तल। इनके पति एमएम मित्तल व्यापारी हैं। लॉकडाउन के चलते इनके बाल काफी बढ़ गए थे। एक-दो बार इन्होंने परिचित नाइयों से संपर्क किया, लेकिन कोई भी बाल काटने को तैयार नहीं हुआ। सबको संक्रमण का डर सता रहा था। आखिरकार इनकी परेशानी देखकर पत्नीजी आगे आईं। हालांकि, पहले पतिदेव कुछ झिझके, लेकिन जब पत्नी ने भरोसा दिलाया कि बाल अच्छे ही काटेंगी, तो वे राजी हो गए।

जब बेटे के लिए पार्षद ने उठाई कैंची..
यह हैं शहर के वार्ड 15 की निवर्तमान पार्षद रामा वैष्णव। इन भाजपा नेत्री के बेटे सौरभ के बाल भी बहुत बढ़ चुके थे। इनके पतिदेव राजेश वैष्णव ने भी एक-दो नाइयों से बात की, लेकिन सबने मना कर दिया। आखिरकार पार्षद महोदया को ही कैंची उठानी पड़ी। पहले तो इनका बेटा भी मना करता रहा, लेकिन मां के आगे एक नहीं चली। हालांकि, बाद में अपने बाल देखकर उसे अच्छा लगा।