सार

महाराष्ट्र में दो संतों की मॉब लिंचिंग कर हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि पंजाब में भी एक संत पर हमले की खबर है। हालांकि, इस मामले में होशियापुर एसएचओ ने साफ कहा कि इस घटना का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। यह चोरी की घटना थी।  

नई दिल्ली. महाराष्ट्र में दो संतों की मॉब लिंचिंग कर हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि पंजाब में भी एक संत पर हमले की खबर है। हालांकि, इस मामले में होशियापुर एसएचओ ने साफ कहा कि इस घटना का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। यह चोरी की घटना थी।  23 अप्रैल को होशियारपुर में एक संत पुष्पिंदर महाराज पर हमला हुआ था। चोरी के मकसद से यह हमला किया गया था।

"मेरे पैसे छीने और चले गए"
संत पुष्पिंदर महाराज ने खुद इस घटना पर सफाई दी। उन्होंने कहास हमलावरों के पास कोई धारदार हथियार नहीं था। मुझे नहीं लगता कि उनका मकसद मुझे मारना था। वे वहीं के नशेड़ी थे जो सिर्फ पैसा लूटना चाहते थे। उन्होंने मेरे पैसे छीन लिए और चले गए। इस घटना का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। 

"2 लोगों ने दीवार फांद किया था हमला"
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, होशियारपुर के स्वामी पुष्पेंद्र जी महाराज अपने आश्रम में आराम कर रहे थे। तभी 2 लोगों ने दीवार फांद कर आश्रम में प्रवेश कर स्वामी जी पर हमला कर दिया। महाराज ने पुलिस को बताया कि उन अज्ञात व्यक्तियों नें उनके हाथ पांव बांध दिए और लुटेरे आश्रम से 50 हजार रुपए और कुछ अन्य समान लेकर फरार हो गये।

दोषी पुलिस की पकड़ से बाहर 
अभी तक दोषी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस की जांच जारी है। हमले को लेकर होशियारपुर पुलिस ने IPC की धाराओं 394/34 के तहत पीएस सिटी थाने में केस दर्ज किया है।