सार
वायनाड. केरल के वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेप्पयड के विम्स अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात की। इस दौरान इलाज करा रहे अनिल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से अपनी आपबीती साझा की। अनिल ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने मेरी बात ध्यान से सुनी। मैंने उन्हें सबकुछ बता दिया। ढाई साल की बेटी और मां अब इस दुनिया में नहीं हैं। मेरा गांव, मेरे लोग सबकुछ चला गया।' अनिल ने बताया कि उनकी बात सुनकर पीएम मोदी ने उन्हें ढाढ़स बंधाया और कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार उनके साथ है। क्रोएशिया से लौटने पर अनिल इस हादसे का शिकार हुए थे। हादसे में उनकी मां और बेटी की मौत हो गई थी।
'प्रधानमंत्री ने मुझसे बात की। मैंने भी उन्हें सबकुछ विस्तार से बताया।' अनिल ने बताया कि जब उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह कहां जाएंगे, यह नहीं पता, तो पीएम ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। विम्स अस्पताल पहुंचने पर पीएम मोदी ने सबसे पहले हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। पीएम मोदी ने स्वास्थ्यकर्मियों से भी मुलाकात की। विम्स अस्पताल के बाद पीएम मोदी कलेक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक में शामिल हुए।
इससे पहले पीएम मोदी ने मेप्पयड के चुरलमाला में भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राहत शिविरों का जायजा लिया। मोदी ने मेप्पयड के सेंट जोसेफ स्कूल में बने राहत शिविर में लोगों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। मोदी ने शिविर में रह रहे नौ लोगों से बातचीत की। इस दौरान लोगों ने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। मोदी ने करीब 25 मिनट तक शिविर में बिताए। उन्होंने लोगों को ढाढ़स बंधाया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
पीएम मोदी कलपेट्टा से सड़क मार्ग से चुरलमाला पहुंचे थे। यहां उन्होंने करीब आधे घंटे तक प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इसके बाद वह दोपहर 2:10 बजे मेप्पयड के राहत शिविर के लिए रवाना हुए। पीएम मोदी ने सबसे पहले वेलारमाला स्कूल रोड का दौरा किया। उन्होंने भूस्खलन में क्षतिग्रस्त हुए वेलारमाला जीएचएसएस स्कूल और आसपास के घरों का जायजा लिया। इसके बाद वह वेलारमाला स्कूल पहुंचे और वहां बच्चों से बातचीत की।
मोदी ने मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु से वेलारमाला स्कूल के बच्चों की पढ़ाई और अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने चुरलमाला स्कूल रोड पर भूस्खलन प्रभावित विभिन्न इलाकों का पैदल दौरा किया। करीब आधे घंटे तक प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद पीएम मोदी बेली ब्रिज पहुंचे। उन्होंने ब्रिज पर चलते हुए राहत एवं बचाव कार्यों में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों से बातचीत की। उन्होंने NDRF और SDRF के जवानों से भी बात की। प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद पीएम मोदी चुरलमाला से मेप्पयड के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी, मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु और एडीजीपी एम.आर. अजीत कुमार समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।