सार
हावड़ा-एनजेपी वंदे भारत एक्सप्रेस और हावड़ा-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद पश्चिम बंगाल के लिए यह तीसरी वंदे भारत ट्रेन है। जबकि नार्थ-ईस्ट रीजन की यह पहली वंदेभारत ट्रेन है।
Assam's first Vande Bharat express: असम को पहली वंदे भारत ट्रेन मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस अत्याधुनिक ट्रेन को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन गुवाहाटी से न्यू जलपाईगुडी को जोड़ेगी। हावड़ा-एनजेपी वंदे भारत एक्सप्रेस और हावड़ा-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद पश्चिम बंगाल के लिए यह तीसरी वंदे भारत ट्रेन है, जबकि नार्थ-ईस्ट रीजन की यह पहली वंदेभारत ट्रेन है। ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से असम की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। यह अत्याधुनिक ट्रेन क्षेत्र के लोगों को तेज गति के साथ आरामदायक यात्रा करने के साधन उपलब्ध कराएगी। वंदे भारत ट्रेन के चलने से राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
जानिए ट्रेन की रूट, कब-कहां पहुंचेगी ट्रेन
गुवाहाटी-एनजेपी वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या-22228) गुवाहाटी से 16:30 बजे शुरू होगी और 409 किलोमीटर की दूरी तय करके 22.00 बजे एनजेपी पहुंचेगी। ट्रेन कामाख्या, न्यू बोंगाईगांव, कोकराझार, न्यू अलीपुरद्वार, न्यू कूचबिहार में रुकेगी और एनजेपी पर समाप्त होगी। ट्रेन कामाख्या में 16.40 बजे पहुंचेगी और 16.42 बजे प्रस्थान करेगी। न्यू बोंगाईगांव में 18.35 बजे पहुंचेगी और 18.36 बजे प्रस्थान करेगी। कोकराझार में 18.56 बजे पहुंचेगी तो 18.57 बजे प्रस्थान करेगी। इसी तरह 19.48 बजे न्यू अलीपुरद्वार पहुंचेगी और 19.49 बजे वहां से प्रस्थान करेगी। न्यू कूचबिहार 20.02 बजे पहुंचने के एक मिनट बाद 20.03 बजे प्रस्थान करेगी। 22.00 बजे एनजेपी पहुंच जाएगी।
कम से कम एक घंटे की बचत
गुवाहाटी से न्यू जलपाईगुड़ी चलने वाली इस ट्रेन की वजह से इस रूट पर यात्रा करने वालों को कम समय में गंतव्य तक पहुंचना आसान होगा। वंदे भारत ट्रेन दोनों स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान में सबसे तेज गति से दौड़ने वाली ट्रेन है। इसके चलने से कम से कम एक घंटा यात्रा समय की बचत होगी। गुवाहाटी से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन साढ़े पांच घंटे का समय पहुंचने के लिए तय करेगी, जबकि इस रूट पर वर्तमान में जो तेज गति की ट्रेनें चलती हैं वह कम से कम साढ़े छह घंटे का समय तय करती हैं।
182 किलोमीटर के नए इलेक्ट्रिफिकेशन रूट का भी किया उद्घाटन
असम में रेलवे ने 182 किलोमीटर लंबे रूट के एक सेक्शन का इलेक्ट्रिफिकेशन कराया है। प्रधानमंत्री ने इस न्यूली-इलेक्ट्रिफाइड सेक्शन को राष्ट्र को समर्पित किया। इलेक्ट्रिफाइड रूट की वजह से ट्रेनों को हाईस्पीड करने और ट्रेवेल टाइम कम करने में मदद के साथ प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने में भी मदद मिलेगी। यह मेघालय में प्रवेश करने के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलने वाली ट्रेनों के लिए भी दरवाजे खोलेगा। प्रधानमंत्री ने असम के लुमडिंग में नवनिर्मित डेमू/मेमू शेड का उद्घाटन किया। यह नई सुविधा इस क्षेत्र में ऑपरेट हो रहे डेमू रेकों के रखरखाव में सहायक होगी।
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