Bengaluru Wife Murder Case: तलाक के नोटिस से बौखलाए पूर्व टेक कर्मचारी ने पत्नी का पीछा किया, इंतज़ार किया और घर लौटते वक्त गोली मार दी। क्या शक और अहंकार ने एक पढ़ी-लिखी महिला की जान ले ली? आरोपी ने खुद थाने जाकर जुर्म कबूला।

Bengaluru Domestic Violence Shooting: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पूर्व टेक कर्मचारी ने अपनी पत्नी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक, आरोपी को कुछ दिन पहले ही तलाक का कानूनी नोटिस मिला था, जिसके बाद उसने यह खौफनाक कदम उठाया। यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि घरेलू विवाद कब जानलेवा हिंसा में बदल जाता है?

घटना कब और कहां हुई?

यह घटना 23 दिसंबर, मंगलवार शाम की है। समय करीब 6:30 से 7 बजे के बीच का बताया जा रहा है। वारदात मागाडी रोड पुलिस स्टेशन की सीमा में हुई। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने पहले से ही अपनी पत्नी के आने-जाने की जानकारी जुटा ली थी और उसी जगह उसका इंतज़ार करता रहा। जैसे ही महिला वहां पहुँची, आरोपी ने कथित तौर पर सीधे गोली चला दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

मृतका कौन थी?

मृतक महिला की पहचान भुवनेश्वरी (39) के रूप में हुई है। वह यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की बसवेश्वरननगर शाखा में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत थीं। घटना के बाद उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने गोली लगने से मौत की पुष्टि कर दी।

आरोपी कौन है और उसका बैकग्राउंड क्या है?

आरोपी का नाम बालामुरुगन (40) है। वह एक पूर्व सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और पहले बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके में कैपजेमिनी कंपनी में काम करता था। उसकी शादी साल 2011 में भुवनेश्वरी से हुई थी। दंपति के दो बच्चे भी हैं।

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पति-पत्नी के बीच विवाद की जड़ क्या थी?

पुलिस के मुताबिक, बालामुरुगन को अपनी पत्नी पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का शक था। इसी वजह से दोनों के बीच लगातार झगड़े होते रहते थे। भुवनेश्वरी कानूनी तौर पर अलग होना चाहती थीं, लेकिन आरोपी इसका विरोध कर रहा था। करीब डेढ़ महीने से दोनों अलग-अलग रह रहे थे, और भुवनेश्वरी छह महीने पहले बच्चों को लेकर शादी वाले घर से चली गई थीं।

क्या तलाक का नोटिस किसी की जान ले सकता है?

मंगलवार शाम बेंगलुरु में 39 वर्षीय महिला भुवनेश्वरी, जो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर थीं, रोज़ की तरह घर लौट रही थीं। उन्हें नहीं पता था कि उनका इंतज़ार उनका ही पति कर रहा है-एक ऐसा पति, जो तलाक के नोटिस से बौखलाया हुआ था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी बालामुरुगन, जो पहले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था, पिछले कुछ समय से अपनी पत्नी की गतिविधियों पर नज़र रख रहा था। जैसे ही भुवनेश्वरी उसके पास पहुंचीं, उसने गोली चला दी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

हत्या के बाद आरोपी ने क्या किया?

घटना के बाद बालामुरुगन सीधे मागाडी रोड पुलिस स्टेशन पहुँचा और पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल करते हुए सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। बेंगलुरु की यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि रिश्तों में बढ़ती असहिष्णुता और मानसिक असंतुलन की खतरनाक तस्वीर पेश करती है। यह मामला समाज और सिस्टम दोनों के लिए एक गंभीर चेतावनी है।

एक चेतावनी भरी कहानी

एक पूर्व टेक प्रोफेशनल, एक बैंक अफसर पत्नी, दो मासूम बच्चे और टूटता रिश्ता-यह कहानी सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि रिश्तों में बढ़ती हिंसा की डरावनी तस्वीर है। यह मामला साफ बताता है कि जब अहंकार, शक और गुस्सा हावी हो जाए, तो अंजाम कितना खतरनाक हो सकता है।