सार

बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों का प्रचार प्रसार जोरों पर है। इसी बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की एक रिपोर्ट से पता चला है कि बिहार विधानसभा के 240 मौजूदा विधायकों में करीब 55 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में से 39 फीसदी विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पटना. बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों का प्रचार प्रसार जोरों पर है। इसी बीच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की एक रिपोर्ट से पता चला है कि बिहार विधानसभा के 240 मौजूदा विधायकों में करीब 55 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में से 39 फीसदी विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आपको बता दें कि चुनाव लड़ने के लिए दिए गए हलफनामे के हिसाब से बिहार विधानसभा के 160 विधायक से ज्यादा विधायक करोड़पति हैं।

मालूम हो कि करीब एक हफ्ते पहले 24 अक्टूबर 2020 को बिहार के शिवहर जिले में जनता दल राष्ट्रवादी पार्टी के उम्मीदवार श्रीनारायण सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। श्रीनारायण सिंह पर 6 केस दर्ज थे। इसके साथ ही अवैध हथियारों के एक अन्य मामले में उन्हें दो साल की सजा भी हो चुकी थी।

हत्या और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने वाले विधायक भी हैं पार्टियों में

एडीआर की रिपोर्ट में विधायकों द्वारा घोषित वित्तीय, आपराधिक, शिक्षा, लिंग और अन्य विवरण की विस्तार से जानकारी दी गई है। बिहार के मौजूदा विधायकों में से 11 विधायकों ने अपने ऊपर दर्ज हत्या के मामलों की घोषणा की है। इसके साथ ही 30 विधायकों ने अपने ऊपर हत्या के प्रयास के तहत दर्ज मामले की जानकारी दी है। इनके अलावा 5 मौजूदा विधायकों ने अपने ऊपर महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के तहत दर्ज मामलों की जानकारी दी है तो वहीं इन 5 मौजूदा विधायकों में से एक पर दुष्कर्म का मामला भी दर्ज है।

लगभग सभी पार्टियों में हैं आपराधिक मामलों के उम्मीदवार

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि राष्ट्रीय जनता दल के 80 में से 45 विधायकों और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के 69 में से 34 विधायकों ने अपने हलफनामों में अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। इस सूची में भारतीय जनता पार्टी के 54 में से 34 विधायक, कांग्रेस के 25 में से 14 विधायक, लोजपा के दोनों विधायक, सीपीआई-एमएल-एल के तीनों विधायक और 5 निर्दलीय विधायक शामिल हैं। इन सभी विधायकों ने अपने हलफनामे में दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी दी।