सार
बीजेपी ने केरल राज्य से 12 उम्मीदवारों को लोकसभा की टिकट दी है, जिसमें से अब्दुल सलाम एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार बनकर उभरे हैं। इसका एक कारण ये भी है कि अब्दुल सलाम की गिनती एक सेकुलर फेस में आती है।
केरल कैंडिडेट। बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट शनिवार (2 मार्च) को जारी कर दी। इस दौरान जहां लिस्ट में कई नए लोगों का नाम शामिल है, वहीं कई पुराने लोगों को नाम लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। बीजेपी की लिस्ट में सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि कुल 195 उम्मीदवारों में से अब तक सिर्फ 1 मुस्लिम कैंडिडेट ने जगह बनाने में सफलता हासिल की है। उनका नाम अब्दुल सलाम है, जिन्हें केरल के मलप्पुरम से टिकट दिया गया है।
बीजेपी ने केरल राज्य से 12 उम्मीदवारों को लोकसभा की टिकट दी है, जिसमें से अब्दुल सलाम एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार बनकर उभरे हैं। इसका एक कारण ये भी है कि अब्दुल सलाम की गिनती एक सेकुलर फेस में आती है। हालांकि, केरल के मलप्पुरम से टिकट दिए जाने को लेकर अब्दुल सलाम के नाम पर काफी दिनों से चर्चा की जा रही थी, जिस पर आखिरकार मुहर लग गई। बीजेपी की अगली लिस्ट भी आनी बाकी है। इसलिए ये देखना दिलचस्प होगा कि अब कौन से मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट दिया जाएगा या सिर्फ सिर्फ गिने-चुने लोगों को ही टिकट दिया जाएगा।
अब्दुल सलाम का संबंध केरल के तिरूर से
अब्दुल सलाम का संबंध केरल के तिरूर से है. वो बीजेपी के सदस्य हैं. 68 वर्षीय अब्दुल सलाम ने साल 2016 में 135 मेमोम (केरल) निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। उस वक्त वो कालीकट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर थे। वो साल 2011 से लेकर 2015 तक कालीकट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे थे। अब्दुल सलाम को जब कालीकट यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर बनाया गया था तो स्टूडेंट यूनियन उनके खिलाफ थे। इसकी वजह ये थी कि वो स्टूडेंट पॉलिटिक्स के खिलाफ थे और वह चाहते थे कि उस पर बैन लगाया जाए।
हालांकि, इस पद से रिटायर होने के बाद वह साल 2019 में भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद साल 2021 के अब्दुल सलाम ने 135 मेमोम (केरल) निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। माई नेता डॉट इनफो के आंकड़े के मुताबिक अब्दुल सलाम की कुल संपत्ति 6 करोड़ 47 लाख रुपये है और सबसे अच्छी बात ये है कि उनके खिलाफ एक भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।