सार

दिल्ली शराब घोटाला (Delhi liquor scam) की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) का नाम आरोपी के रूप में लिखा है।

नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी नीति मामले (Delhi excise policy case) की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में पहली बार पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) का नाम आरोपी के रूप में लिखा है। दिल्ली शराब घोटाला (Delhi liquor scam) मामले में सीबीआई ने मंगलवार को सप्लीमेंट्री चार्जशीट कोर्ट में पेश किया। इसमें मनीष सिसोदिया का नाम लिया गया है। मनीष सिसोदिया शराब घोटाले के वक्त दिल्ली के आबकारी मंत्री भी थे।

सीबीआई ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 201 और 420 के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत हैदराबाद के सीए बुच्ची बाबू गोरंटला, शराब कारोबारी अमनदीप सिंह ढल्ल और अर्जुन पांडेय को भी नामजद किया है। 

सीबीआई ने मनीष सिसोदिया पर लगाया लाइसेंस के बदले रिश्वत लेने का आरोप
चार्जशीट में मनीष सिसोदिया (CBI chargesheet Manish Sisodia) पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने लाइसेंस देने के बदले शराब कारोबारियों से रिश्वत लिए। नई दिल्ली के स्पेशल सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल किया गया। सीबीआई ने कहा कि वह साजिश में शामिल अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी 2021-22 से करीबियों को पहुंचाया गया लाभ
सीबीआई ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने एक्साइज पॉलिसी 2021-22 (Delhi Excise policy 2021-22) से अपने करीबी शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाया। शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने में कुछ डीलरों का पक्ष लिया गया। इसके बदले रिश्वत ली गई। दरअसल, नई शराब नीति से अपने खास शराब व्यापारियों को लाभ पहुंचाने और रिश्वत लेने का आरोप लगाए जाने पर सरकार ने नीति को रद्द कर दिया था और पुरानी एक्साइज पॉलिसी लागू कर दी थी। आम आदमी पार्टी ने इस बात का खंडन किया था कि नई शराब नीति की मदद से भ्रष्टाचार किया गया।

तिहाड़ जेल में बंद हैं मनीष सिसोदिया
मनीष सिसोदिया अभी दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन्हें आबकारी नीति बनाकर और लागू कर भ्रष्टाचार करने और मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई का आरोप है कि 2021 की आबकारी नीति तैयार करने में शराब कंपनियां शामिल थीं। शराब लॉबी "साउथ ग्रुप" ने इसके लिए रिश्वत दी थी। सीबीआई ने नवंबर में अपने पहले आरोपपत्र में आप के संचार प्रभारी विजय नायर समेत सात लोगों को नामजद किया था।

दिल्ली शराब घोटाला में अरविंद केजरीवाल से भी हुई है पूछताछ
16 अप्रैल को सीबीआई ने दिल्ली शराब घोटाला में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से करीब 9 घंटे पूछताछ की थी। इसके खिलाफ आप के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। आप का कहना है कि दिल्ली शराब घोटाला फर्जी है।