सार
DRDO द्वारा तैयार किया गया एक TAPAS ड्रोन ट्रायल फ्लाइट के दौरान कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक गांव में गिर गया। इस ड्रोन को निगरानी के लिए विकसित किया जा रहा है।
चित्रदुर्ग (कर्नाटक)। कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक गांव में उस वक्त हलचल मच गई जब खेत में एक ड्रोन (DRDO Drone Crashes) आ गिरा। गांव के लोग ड्रोन देखने के लिए जुट गए। यह ड्रोन DRDO (Defence Research and Development Organisation) का था।
DRDO द्वारा TAPAS नाम के UAV पर काम किया जा रहा है। रविवार सुबह टेस्ट के लिए एक TAPAS UAV को उड़ाया गया था। ट्रायल फ्लाइट के दौरान ड्रोन में गड़बड़ी आई और यह खेत में गिर गया। DRDO ने रक्षा मंत्रालय को इस हादसे की जानकारी दी है। इसके साथ ही हादसे की वजह जानने के लिए जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
ड्रोन गिरने की खबर फैली तो दौड़े ग्रामीण
ड्रोन गिरने की खबर फैली तो बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उसकी एक झलक पाने के लिए दुर्घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। हादसे का शिकार हुए ड्रोन का वीडियो सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि मौके पर क्षतिग्रस्त यूएवी और उसके उपकरण बिखरे हुए हैं।
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निगरानी के काम आए TAPAS BH-201 ड्रोन
हादसे का शिकार हुआ ड्रोन TAPAS BH-201 (Tactical Airborne Platform for Aerial Surveillance-Beyond Horizon-201) है। इसे पहले रुस्तम टू के नाम से भी जाना जाता है। इस ड्रोन को हवा में अधिक ऊंचाई पर उड़ते हुए लंबे वक्त तक निगरानी के लिए तैयार किया जा रहा है।
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बता दें कि TAPAS ड्रोन अभी विकास की प्रक्रिया में है। DRDO ने इसके प्रोटोटाइप तैयार किए हैं। TAPAS ड्रोन दूसरी बार हादसे का शिकार हुआ है। इससे पहले 2019 में एक ड्रोन क्रैश हुआ था। TAPAS का अभी यूजर ट्रायल नहीं हुआ है। DRDO अभी ड्रोन के प्रोटोटाइप को उड़ाकर टेस्ट कर रहा है। एक बार जब डीआरडीओ के वैज्ञानिक ड्रोन के प्रदर्शन को लेकर संतुष्ट हो जाएंगे तब इसे यूजर ड्रायल के लिए भेजा जाएगा। यूजर ड्रायल के दौरान सेना द्वारा इसका टेस्ट किया जाएगा। टेस्ट में सफल होने पर ही यह ड्रोन सेनाओं को दिया जाएगा।