सार

लद्दाख में भूकंप के तेज झटके  महसूस किये गये हैं।  जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.0 मापी तीव्रता गई है।  इस बात की जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजीदी है। 

 

लद्दाख : लद्दाख में भूकंप (earthquake) के तेज झटके  महसूस किये गये हैं, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.0 मापी तीव्रता गई है।  भूकंप का केंद्र पाकिस्तान बताया जा रहा है। इस बात की जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने दी है। 

बताया जा रहा है कि भूकंप शाम सात बजकर एक मिनट आया। भूकंप की वजह से लोग अपने घरों से बाहर निकल गये हैं। हालांकि, भूकंप की वजह से अब तक किसी तरह के जानमाल की कोई सुचना नहीं है।   

चिक्कबल्लापुर में महसूस किये गये थे भूकंप के झटके
गौरतलब है कि 22 दिसंबर को कर्नाटक में बेंगलुरु के निकट स्थित चिक्कबल्लापुर जिले में भूकंप के दो हल्के झटके महसूस किए गए थे।  रिक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2. 9 और तीन मापी गई थी। 

जालौर में महसूस किये थे भूंकप के झटके
इससे पहले 19 नवबंर को राजस्थान (Rajasthan) के जालौर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.6 थी। भूकंप का केंद्र जालौर था।

क्यों आता है भूकंप
पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के कारण भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर, भूकंपी तरंगें उत्पन्न करती है, जो भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट होती है। भूकंप प्राकृतिक घटना या मानवजनित कारणों से हो सकता है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। भूकंप का क्षण परिमाण पारंपरिक रूप से मापा जाता है या संबंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है। तीन या कम परिमाण की रिक्टर तीव्रता का भूकंप अक्सर इंपरसेप्टीबल होता है और सात रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है। भूकंप से जान, माल की हानि, मूलभूत आवश्यकताओं की कमी, रोग होता है। इमारतों और बांध, पुल, नाभिकीय ऊर्जा केंद्र को नुकसान पहुंचता है। भूकंप से क्षतिग्रस्त बांध के कारण बाढ़ आ सकती है

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