सार

विश्व बैंक ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर देशों की रैंकिंग से संबंधित दो हालिया रिपोर्ट्स में सुधार किया है। विश्व बैंक ने अगस्त में 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट' के प्रकाशन पर रोक लगा दी थी। दरअसल,  चीन सहित चार देशों की गड़बड़ी की वजह से इस रिपोर्ट को रोकना पड़ा था। 

नई दिल्ली. विश्व बैंक ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर देशों की रैंकिंग से संबंधित दो हालिया रिपोर्ट्स में सुधार किया है। विश्व बैंक ने अगस्त में 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट' के प्रकाशन पर रोक लगा दी थी। दरअसल,  चीन सहित चार देशों की गड़बड़ी की वजह से इस रिपोर्ट को रोकना पड़ा था। 

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को विश्व बैंक की तरफ से कहा गया है कि अक्टूबर 2017 में जारी की गई 2018 की रिपोर्ट में, चीन को 78 वें स्थान पर रखा गया था। जबकि उसे 85 वें स्थान पर होना चाहिए था। 

सऊदी अरब भी नीचे खिसका
अक्टूबर 2019 में जारी 2020 की रिपोर्ट के आंकड़ों में सुधार से साफ होता है कि सऊदी अरब अर्थव्यवस्था में सुधार करने वाला शीर्ष देश नहीं होगा, जबकि अजरबैजान शीर्ष 10 सुधारकों में से एक होगा। रिव्यू के मुताबिक, यूएई का स्कोर जरूर कुछ कम होगा, लेकिन वह इस बार भी 16वीं रैंकिंग पर ही रहेगा। 
 
इन चार देशों पर था हेराफेरी का शक 
वर्ल्ड बैंक ने पिछले 5 साल की 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' लिस्ट की समीक्षा करने का फैसला किया था। साथ ही वर्ल्ड बैंक ने इस साल अक्टूबर में आने वाली बिजनेस रैंकिंग लिस्ट पर फिलहाल रोक लगा दी थी। वर्ल्ड बैंक ने यह कदम चार देशों की तरफ से हेराफेरी करने के शक में उठाया था। ये 4 देश हैं चीन, संयुक्त अरब अमीरात अजरबेजान और सऊदी अरब हैं।  
 
वर्ल्ड बैंक के वरिष्ठ प्रबंधन ने जून के बाद समीक्षा की गई थी। मार्च में जारी होने वाली अगली रिपोर्ट में अपडेट लिस्ट जारी होगी। विश्व बैंक ने कहा कि टीम के सदस्यों ने डूइंग बिजनेस की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2018 और 2020 के डेटा में हेरफेर करने के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डाला गया था।

विश्व बैंक के मुताबिक, डेटा परिवर्तन 'अनियमित' थे। ये उचित समीक्षा प्रक्रिया से बाहर किए गए थे और प्रकाशन की कार्यप्रणाली या टीम को प्रदान की गई किसी भी नई जानकारी से उचित नहीं थे।