सार
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के लिए चुनाव आयोग ने भाजपा उम्मीदवार व कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय को फटकार लगाई है। इसके साथ ही उन्हें चुनाव प्रचार करने से 24 घंटे के लिए रोक दिया है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के तमलुक लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय को चुनाव आयोग ने फटकार लगाई है। अभिजीत ने सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। इसके चलते चुनाव आयोग ने अभिजीत से कहा कि आपने बंगाल को बदनाम किया है। आयोग ने अभिजीत को 24 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने से रोक दिया है।
अभिजीत ने एक जनसभा में ममता बनर्जी के लिए कहा था, 'तुम्हारी कीमत क्या है'। सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने मंगलवार को इस बयान के लिए अभिजीत गंगोपाध्याय की निंदा की। अपने आदेश में चुनाव आयोग ने गंगोपाध्याय को 21 मई 2024 शाम 5 बजे से 24 घंटे की अवधि के लिए चुनाव प्रचार करने से रोक दिया। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने अभिजीत को सख्त चेतावनी दी है कि आदर्श आचार संहिता लागू रहने के दौरान सार्वजनिक सभा में बोलते समय सावधानी बरतें।
तृणमूल कांग्रेस ने गंगोपाध्याय के खिलाफ की थी शिकायत
शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस ने गंगोपाध्याय के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी। TMC ने आरोप लगाया था कि उन्होंने ममता बनर्जी के खिलाफ "sexist" बयान दिया है। तृणमूल नेता और पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री शशि पांजा ने कहा था कि पार्टी गंगोपाध्याय के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगी।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में तृणमूल नेता डेरेक ओ 'ब्रायन ने कहा, "गंगोपाध्याय ने अपने भाषण में सीएम ममता बनर्जी के लिए बेहद आपत्तिजनक बातें कही हैं। उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी, आप कितने में बिक रही हैं? आपकी रेट 10 लाख है, क्यों? क्योंकि आप अपना मेकअप केया सेठ से करवा रही हैं? क्या ममता बनर्जी भी एक महिला हैं? मैं कभी-कभी सोचता रहता हूं।"
यह भी पढ़ें- खंभे पर चढ़े लोगों से PM बोले- ये नहीं करने दूंगा, छोटी पड़ गई जगह, मैदान में हैं लाखों लोग
चुनाव आयोग ने कहा- अभिजीत गंगोपाध्याय ने किया पश्चिम बंगाल को बदनाम
चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को सलाह दी कि वे अपनी पार्टी की ओर से सभी उम्मीदवारों और प्रचारकों को सलाह जारी करें ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी गलती नहीं हो। आयोग ने अपने आदेश में कहा कि अभिजीत गंगोपाध्याय जैसे पढ़े-लिखे और अच्छी पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति द्वारा ऐसा बयान दिया जाना दुखद है। अभिजीत गंगोपाध्याय के अपने शब्दों से पश्चिम बंगाल की बदनामी की है। बंगाल में महिलाओं के सम्मान की खास परंपरा है।
यह भी पढ़ें- प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी, भाजपा को मिलेंगी 300 सीटें, 370 तक पहुंचना संभव नहीं