सार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार 7 बार केंद्रीय बजट पेश कर पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ेंगी। सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड इसके बाद भी देसाई के नाम बना रहेगा।

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) मंगलवार को लगातार 7वां बजट पेश करेंगी। इसके साथ ही वह इतिहास रचेंगी। अभी लगातार सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के पास है।

सीतारमण को 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था। इसके बाद से उन्होंने लगातार छह बजट पेश किए हैं। इसमें इस साल फरवरी में पेश किया गया एक अंतरिम बजट भी शामिल है। वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल 2024 से मार्च 2025) के लिए पूर्ण बजट उनका लगातार सातवां बजट होगा। वह मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड को तोड़ेंगी। देसाई ने 1959 से 1964 के बीच लगातार पांच पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट पेश किया था।

भारत में बजट पेश करने से जुड़ी रोचक बातें, जानें किसने दिया सबसे लंबा और सबसे छोटा भाषण

पहली बार कब पेश हुआ था बजट?

आजादी मिलने के बाद भारत में पहली बार केंद्रीय बजट 26 नवंबर 1947 को देश के पहले वित्त मंत्री आर.के. षणमुखम चेट्टी ने पेश किया था।

सबसे अधिक बार किसने पेश किया बजट?

पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड है। उन्होंने पीएम जवाहरलाल नेहरू और बाद में लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल में वित्त मंत्री के रूप में 10 बजट पेश किए थे।

पी चिदंबरम ने 9 बार पेश किया बजट

सबसे अधिक बार बजट पेश करने के मामले में दूसरे नंबर पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम हैं। उन्हें 9 बार यह मौका मिला था। चिदंबरम ने पहली बार 19 मार्च 1996 को पीएम एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान बजट पेश किया था।

प्रणब मुखर्जी ने 8 बार पेश किया बजट

प्रणब मुखर्जी ने वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान आठ बजट पेश किए। उन्होंने 1982, 1983 और 1984 में बजट पेश किए और कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में फरवरी 2009 से मार्च 2012 के बीच लगातार पांच बार बजट पेश किए।

निर्मला सीतारमण ने दिया था सबसे लंबा बजट भाषण

भारत में सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड निर्मला सीतारमण के पास है। 1 फरवरी, 2020 को उन्होंने दो घंटे 40 मिनट का भाषण दिया था। समय अधिक होने के चलते उन्होंने अपना भाषण दो पेज बाकी रहते छोटा कर दिया था।

मुलजीभाई पटेल ने दिया था सबसे छोटा बजट भाषण

हीरूभाई मुलजीभाई पटेल ने 1977 में सबसे छोटा बजट भाषण दिया था। उन्होंने अंतरिम बजट पेश किया था। उनके भाषण में सिर्फ 800 शब्द थे।

किस समय पेश किया जाता है बजट?

पहले बजट फरवरी के आखिरी दिन शाम 5 बजे पेश किया जाता था। यह औपनिवेशिक काल की परंपरा के अनुसार था। गुलामी के दिनों में भारत में उस वक्त घोषणाएं की जाती थी जब लंदन में दिन हो। भारत ब्रिटेन के समय से 4 घंटे 30 मिनट आगे है। शाम 5 बजे बजट पेश करने से यह सुनिश्चित हो जाता था कि यूनाइटेड किंगडम में दिन का समय हो।

1999 में यह समय बदला गया था। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सुबह 11 बजे बजट पेश किया। इसके बाद से बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाता है।

यह भी पढ़ें- 4 पॉइंट्स में समझिए क्या होता है इकोनॉमिक सर्वे, इसकी जरुरत क्यों?

2017 में बदली गई थी बजट पेश करने की तिथि

2017 में बजट पेश करने की तिथि बदलकर 1 फरवरी किया गया था ताकि सरकार मार्च के अंत तक संसदीय अनुमोदन प्रक्रिया पूरी कर सके और 1 अप्रैल को वित्तीय वर्ष की शुरुआत से बजट लागू कर सके।

यह भी पढ़ें- Budget 2024 : टैक्स स्लैब ही नहीं पूरी हो सकती है सैलरीड क्लास की 5 उम्मीदें