सार

अटल बिहारी वाजपेयी को 2014 में देश का सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया था। वो पहली बार 1996 में भारत के प्रधानमंत्री बने थे।

नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शुक्रवार 16 अगस्त को पहली पुण्यतिथि है। भाजपा के कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। नई दिल्ली में उनके स्मृति स्थल 'सदैव अटल' पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे। अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत लंबे समय से खराब थी, 16 अगस्त, 2018 को उनका निधन हो गया था।

 

100 नदियों में प्रवाहित हुई थीं अस्थियां 

वाजपेयी के निधन के बाद BJP ने उनकी अस्थियों को देश की 100 नदियों में प्रवाहित किया था। इसकी शुरुआत हरिद्वार की गंगा नदी में विसर्जन के साथ हुई थी। अपनी कविताओं और भाषणों के लिए हमेशा जाने जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के संस्थापकों में से एक थे।

किया जा रहा बड़ा कार्यक्रम

दिल्ली स्थित 'सदैव अटल' पर अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। अटल बिहारी वाजपेयी की बेटी नमिता कौल भट्टाचार्य, पोती निहारिका समेत परिवार के भी कई अन्य सदस्य वहां पहुंचे। पूर्व प्रधानमंत्री के स्मृति स्थल पर आज भजन कार्यक्रम हुआ, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

भारत रत्न से हो चुके हैं सम्मानित

अटल बिहारी वाजपेयी को 2014 में देश का सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया था। वो पहली बार 1996 में भारत के प्रधानमंत्री बने थे। लेकिन उस वक्त उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी। 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीने तक चली थी। 1999 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और अपना 5 सालों का कार्यकाल पूरा किया। 2004 के बाद तबीयत खराब होने की वजह से उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली थी।