सार
पिछले काफी दिनों से गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन और रुपाणी के इस्तीफे की चर्चा थी। गुरुवार रात अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे थे। उनका यह अचानक प्रोग्राम बना था।
गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री पद के लिए नेताओं की लंबी लिस्ट है। गुजरात विधानसभा चुनाव के एक साल पहले सीएम विजय रुपाणी के इस्तीफा के बाद बीजेपी आज नया मुख्यमंत्री खोज लेगी। विधायक दल का नया नेता चुनने के लिए भाजपा ने आज को विधायक दल की बैठक जारी है। केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। उनके साथ एक और पर्यवेक्षक तरुण चुग भी मौजूद हैं। संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी भी भी मीटिंग में बतौर पर्यवेक्षक हैं।
बैठक में विधायकों के अलावा केंद्रीय मंऋत्री मनसुख मांडविया भी हैं। कुछ ही देर पहले अचानक से राज्य के कृषि मंत्री आरसी फल्दू भी बुलाए गए हैं। वह राज्य के बीजेपी अध्यक्ष दो बार रह चुके हैं। जबकि उप मुख्यमंत्री नीतिन पटेल के घर की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। फिलहाल, कौन बनेगा मुख्यमंत्री यह मंथन जारी है।
ये नेता हैं सीएम पद की रेस में...
विजय रुपाणी के इस्तीफा के बाद कई नाम सीएम पद की रेस में शामिल हो गए हैं। कुछ दिनों से सुर्खियों में रहे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात के डिप्टी सीएम नीतिन पटेल और प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल शामिल हैं।
बीजेपी का राज्यों में सीएम बदलो अभियान
पिछले काफी दिनों से गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन और रुपाणी के इस्तीफे की चर्चा थी। गुरुवार रात अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे थे। उनका यह अचानक प्रोग्राम बना था। हालांकि अमित शाह अपनी बहन के घर गए, जहां कोई पारिवारिक कार्यक्रम था, लेकिन तब से राज्य में राजनीति बदलाव की अटकलें लगाई जाने लगी थीं।
भाजपा ने पिछले 3 महीने में अपने 4 मुख्यमंत्रियों को बदला है। जुलाई में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उत्तराखंड में दो बार मुख्यमंत्री बदले गए। पहले त्रिवेंद्र रावत और फिर तीरथ सिंह की जगह पुष्कर धामी को सीएम बनाया गया। जबकि, एक दिन पहले गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने इस्तीफा दे दिया।
एक हादसे की वजह से छोड़ना चाहते थे राजनीति रुपाणी
2 अगस्त, 1956 को रंगून(अब म्यांमार) में जन्मे रूपाणी के पिता वहां बिजनेस के सिलसिले में गए थे। तभी रूपाणी का जन्म हुआ था। हालांकि वे 4 साल बाद गुजरात लौट आए थे। रूपाणी ने कानून की पढ़ाई की है। वे जैन समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और राजकोट पश्चिम से विधायक हैं। वे 2006 से 2012 तक राज्यसभा सदस्य भी रहे। वर्ष, 1971 को जनसंघ से जुड़कर राजनीति शुरू करने वाले रूपाणी देश दशक पहले अपने बेटे की छत से गिरकर हुई मौत से दु:खी होकर राजनीति छोड़ना चाहते थे।
यह भी पढ़ें-खाना पकाने का तेल होगा सस्ता ! त्यौहारी सीजन में मोदी सरकार ने दी बड़ी राहत