एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के मैच को लेकर सोशल मीडिया पर बायकॉट चल रहा है। इसी बीच, पहलगाम आतंकी हमले में अपने पिता और भाई को खो चुके एक बच्चे का इस मैच पर दर्द छलका है। उसने कहा- पहले मेरा भाई लौटा दो, फिर मैच खेलते रहना। 

Ind vs Pak Match Pahalgam Victim Family Reaction: एशिया कप 2025 में आज (रविवार) भारत-पाकिस्तान के बीच अहम मुकाबला होना है। दुबई में खेले जाने वाले इस मैच से पहले ही उसका जमकर बायकॉट हो रहा है। खासकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अपने करीबियों को गंवा चुके लोग इस मैच से बेहद दुखी हैं। गुजरात के भावनगर के रहने वाले सावन परमार ने पहलगाम आतंकी हमले में अपने पिता और भाई को खो दिया। सावन का कहना है कि पहले मुझे मेरा भाई लौटा दो, तब पाकिस्तान के साथ मैच खेलना।

ऑपरेशन सिंदूर अब बेकार लगता है..

भावनगर के रहनेवाले सावन परमार कहते हैं, पाकिस्तान के साथ तो किसी भी तरह के रिश्ते नहीं रखने चाहिए, चाहे वो बिजनेस हो या खेल। उसके साथ आज, कल या भविष्य में कोई संबंध नहीं रखना चाहिए, क्योंकि वो एक आतंकी देश है। फिर भी अगर आप मैच खेलना चाहते हैं तो पहले मेरा 16 साल का भाई मुझे लौटा दें, जिसे आतंकियों ने पहलगाम में गोलियों से भून दिया था।

Scroll to load tweet…

ये भी पढ़ें : Ind vs Pak Match: 'सूर्या-गिल दुबई के आसमान में छक्के उड़ाने को तैयार', मैच से पहले क्या बोली जनता?

ऑपरेशन सिंदूर का कोई मतलब नहीं..

सावन परमार ने आगे कहा- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया और उसमें कई आतंकवादियों को मारा गया। हमारे भी कुछ जवान शहीद हुए। ऐसे में अब पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलकर हम कहीं न कहीं अपने वीर जवानों के बलिदान को व्यर्थ कर रहे हैं। ऐसे में तो ऑपरेशन सिंदूर का कोई मतलब ही नहीं रह जाता।

हमारे जख्म अभी भरे नहीं हैं..

पहलगाम आतंकी हमले में अपने पति और बेटे को खोने वाली किरण यतीश परमार कहती हैं, "...यह मैच नहीं होना चाहिए। मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहती हूं, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है तो यह भारत-पाकिस्तान मैच क्यों हो रहा है?...मैं देश के सभी लोगों से कहना चाहती हूं कि पहलगाम आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों से जाकर मिलें और देखें कि वे कितने दुखी हैं। हमारे जख्म अभी भरे नहीं हैं..."

Scroll to load tweet…

पाकिस्तान के साथ खेलने की ऐसी भी क्या मजबूरी..?

पाकिस्तान से मैच को लेकर आम जनता भी सोशल मीडिया पर इसका बायकॉट कर रही है। एक यूजर ने कहा, पीड़ितों और उनके परिवारों के सम्मान में इस मैच का बहिष्कार किया जाना चाहिए। क्रिकेट के लिए उनके बलिदान और दर्द को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

⦁ एक अन्य यूजर ने लिखा, अगर ईमानदारी वाकई कोई मायने रखती है, तो फिर हम अब भी उस देश के साथ क्यों खेल रहे हैं, जो बेगुनाहों के खून से सना हुआ है? यह क्रिकेट नहीं बल्कि शर्मनाक तुष्टिकरण है।

⦁ कहां है मेरे परिवारजनों कहने वाले प्रधानमंत्री, जिनके लिए देश वालों से ज्यादा एक खेल प्यारा हो गया..सरकार क्या जवाब देगी ऐसे लोगों को, जिन्होंने पाकिस्तान के आतंकवाद से अपने खो दिए ..सच में अब ऑपरेशन सिंदूर जारी है.. बस एक जुमला मात्र लगता है।

ये भी देखें : IND vs PAK Online Streaming: ऑनलाइन टीवी या मोबाइल में भारत-पाकिस्तान का मैच कहां देख सकते हैं?