सार

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही राजनैतिक सरगर्मी तेज हो गई है। राजनैतिक दल अपना-अपना बिसात बिछाने में लगे हुए हैं। कश्मीर घाटी में बीजेपी ने निर्दलीयों संग समझौता करने का ऐलान किया है।

Jammu Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। केंद्र शासित राज्य बनने के बाद यहां पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। बीजेपी ने ऐलान किया है कि वह केंद्र शासित राज्य में किसी भी राजनैतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हालांकि, पार्टी ने कश्मीर घाटी में निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन कर उनसे समझौता करने की घोषणा की है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि कश्मीर घाटी में बीजेपी निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ समझौता करेगी। उनके साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरेगी लेकिन किसी भी राजनैतिक दल से गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में 8 से 10 निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर चर्चा चल रही है।

बीजेपी जल्द कैंडिडेट्स की लिस्ट करेगी जारी

प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द आएगी। लिस्ट फाइनल की जा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व किसी भी दल से समझौता नहीं होगा। चुनाव बाद संख्याबल के आधार पर विचार किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कश्मीर घाटी में भी अपने उम्मीदवार उतारेगी और बहुमत से चुनाव जीतेगी। बड़ी जीत के साथ हम केंद्र शासित प्रदेश में सरकार बनाने जा रहे हैं।

उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस नेता पूर्व मंत्री चौधरी जुल्फिकार अली के बीजेपी में शामिल होने पर कहा कि वह राजौरी-पुंछ क्षेत्र में मजबूत जनाधार वाले नेता हैं। उनके पार्टी में आने से हमें बढ़त मिलेगी।

पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला के पूर्ण राज्य का दर्जा वाले बयान पर बीजेपी नेता ने कहा कि अब्दुल्ला की पार्टी जम्मू-कश्मीर में अपनी जमीन खो रही है। वह इसलिए ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं।

दरअसल, उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि जनता की चुनी हुई सरकार बनने के बाद सदन में पहला प्रस्ताव जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने संबंधी पास किया जाएगा।

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