सार
पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार के बेतिया में कहा कि जंगलराज लाने वाले लोगों ने सिर्फ अपने परिवार की चिंता की। इन लोगों ने बिहार के लाखों बच्चों का भविष्य दांव पर लगा दिया।
बेतिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिहार के बेतिया में 12,800 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने राजद पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "आजादी के बाद के दशकों में बिहार की एक बहुत बड़ी चुनौती रही है, यहां से युवाओं का पलायन। जब बिहार में जंगलराज आया तो ये पलायन और ज्यादा बढ़ गया। जंगलराज लाने वाले लोगों ने सिर्फ अपने परिवार की चिंता की। बिहार के लाखों बच्चों का भविष्य दांव पर लगा दिया।"
पीएम ने कहा, "बिहार के मेरे नौजवान साथी दूसरे राज्यों में रोजी-रोटी के लिए जाते रहे और यहां एक ही परिवार फलता-फूलता रहा। एक-एक नौकरी के बदले जमीनों पर कब्जा किया गया। क्या कोई भी व्यक्ति सामान्य लोगों को इस प्रकार से लूटने वालों को माफ कर सकता है? बिहार में जंगलराज लाने वाला परिवार बिहार के युवाओं का सबसे बड़ा गुनहगार है। जंगलराज के जिम्मेदार परिवार ने बिहार के लाखों नौजवानों से उनका भाग्य छीन लिया। NDA सरकार जंगलराज से बिहार को बचाकर इतना आगे लाई है।"
उन्होंने कहा, "NDA की डबल इंजन सरकार का प्रयास है कि बिहार के युवा को यहीं बिहार में नौकरी मिले, रोजगार मिले। आज जिन हजारों करोड़ रुपयों की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है उसके मूल में भी यही भावना है। इन परियोजनाओं के सबसे बड़े लाभार्थी वे नौजवान हैं जो अभी रोजगार करना चाहते हैं। जो स्कूल-कॉलेज में पढ़ रहे हैं।"
इंडी गठबंधन का सबसे बड़ा मुद्दा- मोदी का परिवार नहीं है
नरेंद्र मोदी ने कहा, "भ्रष्टाचारियों से भरे इंडी गठबंधन का सबसे बड़ा मुद्दा है मोदी का परिवार नहीं है। ये लोग कहते हैं कि इंडी गठबंधन के परिवारवादी नेताओं को लूटने का लाइसेंस मिलना चाहिए। क्या लूटने का लाइसेंस मिलना चाहिए? आज भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर होते तो ये उनसे भी पूछते जो मोदी से पूछ रहे हैं। परिवारवाद और भ्रष्टाचार के कट्टर समर्थक ये आज पूज्य बापू, जेपी, लोहिया और बाबा साहेब आंबेडकर को भी कटघरे में खड़ा करते। इन्होंने भी तो अपने परिवार को बढ़ावा नहीं दिया, बल्कि देश के हर परिवार के लिए जीवन खपा दिया।"
मोदी ने कहा, "आपके सामने वो व्यक्ति है जिसने बहुत छोटी उम्र में घर छोड़ दिया था। बिहार का कोई भी व्यक्ति देश में कहीं भी रहे, लेकिन वह छठ पूजा में घर जरूर लौटता है। लेकिन मोदी जिसने बचपन में ही घर छोड़ दिया, मेरा कौन सा घर है, जहां मैं लौटूं, मेरे लिए तो पूरा भारत ही मेरा घर है। हर भारतवासी मेरा परिवार है। इसलिए आज हर भारतीय कह रहा है मैं हूं मोदी का परिवार।"
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